जौरा में प्राइवेट दुकान का वीडियो वायरल, जिसमें किसान ने दुकानदार को दो कट्टे यूरिया के लिए 500- 500 रुपए के नोट दिए, जिसमें दुकानदार 200 रुपए वापस करते दिखाई दे रहा है
मुरैना. यूरिया खाद के लिए सरकारी खरीद केन्द्रों पर किसानों की लंबी लाइन लग रही हैं। घंटों इंतजार के बाद यूरिया मिल पा रहा है जबकि जीवाजी गंज की प्राइवेट दुकानों से खुलेआम 350 रुपए का एक कट्टा ब्लैक में बेचा जा रहा है जबकि एक कट्टा की रेट 270 रुपए है। जौरा कस्बे की एक दुकान का भी वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें दुकानदार किसान को दो कट्टे 800 रुपए में देता हुआ दिख रहा है।
जिले भर में अंबाह, पोरसा, जौरा, कैलारस और सबलगढ़ में यूरिया खाद के लिए किसान सुबह से ही लाइन में लगता है। कहीं थाने पर तो कहीं सरकारी केन्द्रों पर घंटों मशक्कत के बाद टोकन मिलता है, इसलिए मजबूरन परेशान होकर किसानों को प्राइवेट दुकानदारों से ब्लैक में खाद खरीदना पड़ रहा है। शहर के जीवाजी गंज में खुलेआम प्राइवेट दुकानदार 350 का कट्टा बेच रहे हैं। सोमवार की दोपहर में कृषि मंडी परिसर में एक ट्रक से लोडिंग वाहन में यूरिया के कट्टे लोढ किए और बिना किसी लिखा पढ़ी के जीवाजी गंज से होकर एम एस रोड से अंबाह की तरफ चली गई। जबकि कृषि मंडी में सरकारी केन्द्र पर किसान लाइन में लगकर टोकन कटवाते नजर आए।
खरीफ सीजन में यूरिया की मांग बढऩे के साथ किसानों को खाद के लिए लंबी लाइनों का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार किसान सबलगढ़ थाने पर यूरिया खाद के टोकन प्राप्त करने के लिए सुबह 8 बजे से कतार में खड़े नजर आए। कई किसान सुबह-सुबह गांव से निकलकर थाने पहुंचे ताकि समय पर टोकन मिल सके। किसानों का कहना है कि उनकी खेती के लिए दस या पांच बैग की आवश्यकता है लेकिन सिर्फ दो बैग मिल रहे है, इसलिए अगर और की आवश्यकता है तो फिर लाइन में लगना पड़ेगा। विशेष बात यह है कि जहां यूरिया का वितरण हो रहा है, वह स्थान अनाज मंडी में है, जो कि थाने से लगभग 2 से 2.5 किलोमीटर दूर है। टोकन लेने के बाद किसानों को वहां जाकर खाद प्राप्त करना पड़ रहा है, जिससे उन्हें दोहरी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अंबाह में कुप्रबंधन के चलते यूरिया खाद के लिए किसानों परेशान हैं। हर दिन खाद वितरण केंद्रों पर सैकड़ों किसान सुबह से शाम तक छह घंटे तक कतार में खड़े दिखाई दे रहे हैं। हाल यह है कि अब तो महिला और बच्चियां भी लाइन में घंटों खड़े रहकर खाद के लिए परेशान है। एक तरफ खाद की कमी और दूसरी तरफ वितरण केंद्र में जलभराव की समस्या भी किसानों को परेशान कर रही है। यहां लगभग 3 फीट तक पानी भरा होने से किसानों को खाद की बोरियां सिर पर रखकर ले जाने में काफी कठिनाई हो रही है। सरकारी खाद गोदाम तक पहुंचना आम जनता के लिए बड़ी समस्या बन गया है। खाद गोदाम में जलभराव की स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि वहां तक जाना जोखिम भरा हो चुका है। पानी में जहरीले कीड़ों का खतरा लगातार बना हुआ है, जिससे लोगों की चिंता बढ़ गई है। खासकर महिलाएं और बच्चे घंटों तक पानी में खड़े रहकर खाद के लिए इंतजार करने को मजबूर हैं।
प्रशासन खाद की कालाबाजारी कर रहा है, जिससे किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है। अगर अधिकारियों ने व्यवस्था नहीं सुधारी तो हम खाद वितरण केंद्र के बाहर ही धरना-प्रदर्शन करेंगे।
देवेंद्र सखवार, विधायक अंबाह
सोसायटी पर लंबी लाइन लगी थी, इसलिए मजबूरन जीवाजी गंज में प्राइवेट दुकान से 350 में एक कट्टा के हिसाब से यूरिया लिया है।
दो बार सोसायटी पर लौट गए, यूरिया की आवश्यकता थी, इसलिए जीवाजी गंज में प्राइवेट दुकान से 350 रुपए के हिसाब से दो कट्टा यूरिया लेकर आए हैं।
जौरा का वीडियो हमको मिला है, मंगलवार को कृषि विभाग के अधिकारियों को भेजकर जांच कराएंगे, संबंधित दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।