सबलगढ़ में जनसुनवाई के दौरान रामपुरकलां के समाजसेवी अन्ना हजारे व एसडीएम में विवाद, कार्यालय के बाहर सत्याग्रह पर बैठे समाजसेवी, पूर्व में भी थप्पड़ मारने को लेकर सुर्खियों में रहे हैं एसडीएम
मुरैना. रामपुरकलां क्षेत्र में रहने वाले सामान्य वर्ग के लोगों का ईडब्ल्यूएस प्रमाण नहीं बनने की शिकायत लेकर मंगलवार को जनसुनवाई में सबलगढ़ एसडीएम ऑफिस में पहुंचे समाजसेवी धर्मेंद्र चतुर्वेदी उर्फ अन्ना हजारे व एसडीएम अरविंद माहौर के बीच विवाद हो गया। विवाद के दौरान एसडीएम अरविंद माहौर ने उनसे कहा कि चल भाग यहां से, थप्पड़ पड़ेगा। इस पर अन्ना हजारे ने कहा कि आप इस तरह मुझसे बात नहीं कर सकते श्रीमान। समाजसेवी एसडीएम कार्यालय के बाहर सत्याग्रह पर बैठ गए।
जनसुनवाई में विवाद इतना बढ़ा कि एसडीएम ने उन्हें अपने गार्ड व अन्य स्टाफ से थाने में बंद कराने की धमकी तक दे दी। इस पर अन्ना हजारे ने कहा कि मेरे खिलाफ कोई गिरफ्तारी वारंट नहीं है, पहले आप मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज कराइए, तब कहीं जाकर आप मुझे गिरफ्तार कर सकते हैं। इस घटनाक्रम के बाद समाजसेवी धर्मेंद्र चतुर्वेदी उर्फ अन्ना हजारे एसडीएम ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए और उन्होंने मंजीरा बताते हुए रघुपति राघव राजा राम और पतित-पावन सीताराम का भजन शुरू कर दिया।
सबलगढ़ एसडीएम अरविंद माहौर थप्पड़ मारने के लिए काफी चर्चा में रहे हैं। पूर्व में मुरैना में हाईवे पर एक प्राइवेट गार्ड को थप्पड़ मारा था, जिसको लेकर मामला सोशल मीडिया में काफी हाईलाइट रहा। हालांकि उस मामले में गार्ड ही कार्रवाई से पीछे हट गया।
समाजसेवी किसी और का आवेदन लेकर आए थे, हमने आवेदन तहसीलदार को सौंप दिया। लेकिन यह चिल्ला-चिल्लाकर तहसीलदार से बात करने लगे, इसलिए हमने उन्हें डांट दिया।