प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि भाजपा विधायक को विधान परिषद से तत्काल निष्कासित किया जाए, क्योंकि धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को कायम रखने वाली लोकतांत्रिक संस्था में ऐसे लोग नहीं होने चाहिए।
महाराष्ट्र के जालना जिले में ईसाई समुदाय के लोगों ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक गोपीचंद पडलकर के खिलाफ एक विरोध रैली निकाली। रैली में प्रदर्शनकारियों ने पडलकर की आलोचना की और उनकी कथित टिप्पणी की निंदा की, जिसमें धर्म परिवर्तन के लिए गांवों में जाने वाले पादरियों की पिटाई करने पर इनाम का ऐलान किया गया था।
कुछ दिन पहले सांगली जिले में एक दुखद घटना सामने आई थी, जिसमें एक गर्भवती महिला ने आत्महत्या कर ली थी। आरोप है कि पीड़िता को ईसाई धर्म अपनाने और दहेज के लिए उसके ससुराल वाले प्रताड़ित करते थे। इस घटना के बाद से लोगों में नाराजगी और भारी आक्रोश है। इसी घटना को लेकर बीजेपी विधायक गोपीचंद पडलकर ने पादरियों के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
सोमवार को यह विरोध रैली जिलाधिकारी कार्यालय तक निकाली गई। इस दौरान वहां पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। रैली में उपस्थित प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि सांगली जिले के जाट निर्वाचन क्षेत्र से विधायक पडलकर को विधान परिषद से तत्काल निष्कासित किया जाए और उनके खिलाफ हिंसा भड़काने और नफरत फैलाने के लिए केस दर्ज किया जाए।
गौरतलब हो कि पीड़िता रितुजा राजगे (28) चार महीने की गर्भवती थी और चार साल पहले उसकी शादी मर्चेंट नेवी में काम करने वाले सुकुमार राजगे से हुई थी। रितुजा ने कथित तौर पर 6 जून को कुपवाड़ शहर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।