Vice President Election: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे और एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार को फोन कर एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सी. पी. राधाकृष्णन के समर्थन की अपील की है।
Devendra Fadnavis Calls Uddhav Thackeray, Sharad Pawar: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे और एनसीपी (एसपी) मुखिया शरद पवार को फोन कर एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सी. पी. राधाकृष्णन के समर्थन की अपील की है।
महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बाद अब सबकी नजरें स्थानीय निकाय चुनावों पर टिकी हैं, लेकिन इसी बीच एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया। जब उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ ने अचानक खराब स्वस्थ के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद उपराष्ट्रपति पद का चुनाव घोषित किया गया।
भाजपा नीत एनडीए की ओर से महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया है। भाजपा की कोशिश है कि यह चुनाव सर्वसम्मती से हो। इसके लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सीधे एनसीपी (शरद पवार गुट) के प्रमुख शरद पवार और शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की और एनडीए प्रत्याशी राधाकृष्णन को समर्थन देने की अपील की।
बताया जा रहा है कि सीएम फडणवीस ने कहा कि राधाकृष्णन महाराष्ट्र से ताल्लुक रखते हैं और इसलिए राज्य के सभी दलों का समर्थन उनके साथ होना चाहिए।
हालांकि, कांग्रेस और इंडिया गठबंधन ने भी अपनी ओर से उम्मीदवार उतारकर मुकाबला दिलचस्प बना दिया है। विपक्ष की ओर से सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार घोषित किया गया है। आज संसद भवन में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में उन्होंने नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर विपक्षी दलों ने अपनी एकजुटता का प्रदर्शन किया।
शरद पवार ने ट्वीट कर कहा कि यह लड़ाई संविधान और लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए है और हमारा दृढ़ विश्वास है कि उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी, जिनकी लोकतांत्रिक मूल्यों में गहरी आस्था है, उस विश्वास को सही साबित करेंगे।"
उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने भी रेड्डी के नामांकन के दौरान की तस्वीर ट्वीट की है। इससे साफ हो गया है कि उद्धव ठाकरे गुट और शरद पवार गुट का झुकाव इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार की ओर है। अब देखना यह होगा कि उपराष्ट्रपति पद की यह चुनावी जंग किस ओर करवट लेती है।