Maharashtra BJP State President Ravindra Chavan : महाराष्ट्र में चंद्रशेखर बावनकुले को फडणवीस कैबिनेट में शामिल किए जाने के बाद बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने इस साल जनवरी में रवींद्र चव्हाण को प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया था। चव्हाण डोंबिवली से चार बार विधायक रहे हैं और शिंदे सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
महाराष्ट्र भाजपा को जल्द ही नया प्रदेश अध्यक्ष मिलने जा रहा है। वर्तमान कार्याध्यक्ष और वरिष्ठ नेता रवींद्र चव्हाण ने सोमवार को इस पद के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। अब पूरे प्रदेश की नजरें कल शाम होने वाली औपचारिक घोषणा पर टिकी हैं, जिसमें भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष के नाम की अधिकृत घोषणा की जाएगी।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए औपचारिक प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू की मौजूदगी में रविंद्र चव्हाण ने नामांकन दाखिल किया। फडणवीस ने कहा, "रवींद्र चव्हाण ने पार्टी में एक सामान्य कार्यकर्ता के रूप में शुरुआत की, युवा मोर्चा से लेकर नगरसेवक, विधायक और मंत्री तक का सफर तय किया है। आज हमने उनका नामांकन दाखिल किया है।"
सीएम फडणवीस ने चंद्रशेखर बावनकुले के कार्यकाल की सराहना करते हुए कहा, बावनकुले ने संगठन को बहुत मजबूत किया, जिसका असर विधानसभा चुनावों में दिखाई दिया। उसके बाद रवींद्र चव्हाण ने कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में काम किया। आज हमने उनका आवेदन जमा कर दिया है। मंगलवार शाम को उनके नाम की आधिकारिक घोषणा की जाएगी।
पिछले साल दिसंबर में चंद्रशेखर बावनकुले को फडणवीस कैबिनेट में शामिल किए जाने के बाद बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने इस साल जनवरी में रवींद्र चव्हाण को प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया था। रविंद्र चव्हाण डोंबिवली निर्वाचन क्षेत्र से चार बार विधायक रहे हैं और एकनाथ शिंदे की सरकार में मंत्री रह चुके हैं। प्रदेश अध्यक्ष के रूप में बावनकुले का तीन साल का कार्यकाल अगस्त 2025 में समाप्त होने वाला था।
रविंद्र चव्हाण ने 2007 में कल्याण-डोंबिवली महापालिका से नगरसेवक के रूप में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। उस समय कांग्रेस-राष्ट्रवादी गठबंधन की सत्ता होते हुए भी वे स्थायी समिती के सभापती बने। 2009 में भाजपा ने डोंबिवली के तत्कालीन विधायक हरिश्चंद्र पाटिल का टिकट काटकर उन्हें उम्मीदवार बनाया और वे पहली बार विधायक चुने गए।
इसके बाद 2014 में दूसरी बार और 2019 में तीसरी बार विधायक बने। 2015-16 के दौरान ठाणे, कल्याण-डोंबिवली, मीरा-भाईंदर, उल्हासनगर, पनवेल सहित कई महापालिकाओं में भाजपा का प्रभाव बढ़ा, जिसका श्रेय भी चव्हाण को दिया गया। इस दौरान वे राज्यमंत्री बने और पालघर, रायगढ़ जिलों के संरक्षक मंत्री पद की जिम्मेदारी भी संभाली।
2021 में एकनाथ शिंदे-भाजपा सरकार के गठन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। इसके बाद उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया और लोकनिर्माण विभाग (PWD) की जिम्मेदारी सौंपी गई। साथ ही वे सिंधुदुर्ग जिले के संरक्षक मंत्री भी रहे। 2024 में वे चौथी बार ठाणे जिले के डोंबिवली से विधायक चुने गए हैं।
अब जब उनका नाम प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए लगभग तय माना जा रहा है, तो यह साफ है कि भाजपा उन्हें आगामी चुनावों में संगठन को मजबूत करने की अहम जिम्मेदारी सौंपने जा रही है। कल शाम उनके नाम की औपचारिक घोषणा के साथ ही महाराष्ट्र भाजपा के नेतृत्व में एक नया अध्याय शुरू होगा।