मुंबई

मैं IAS अधिकारी हूं… ‘नटवरलाल’ ने 36 युवाओं से की 2.88 करोड़ की ठगी, पुलिस ने दबोचा तो उगल दिए राज

Mumbai Job Scam: मुंबई पुलिस ने खुद को आईएएस अधिकारी बताने वाले ठग को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने आयकर विभाग में नौकरी दिलाने के बदले लाखों रुपयों की ठगी की।

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Oct 12, 2025
महाराष्ट्र में नौकरी का झांसा देकर ठगी (File Photo)

मुंबई में एक ऐसे फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हुआ है जिसने सरकारी नौकरी के सपने दिखाकर 36 युवाओं की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने इस मामले में खुद को आईएएस अधिकारी बताने वाले ठग नीलेश राठौड़ को गिरफ्तार किया है, जिसने अब तक करीब 2.88 करोड़ रुपये की ठगी की थी।

जानकारी के मुताबिक, सोलापुर जिले के बार्शी निवासी 35 वर्षीय ‘नटवरलाल’ नीलेश राठौड़ खुद को स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC) में उप सचिव बताकर लोगों को आयकर विभाग में इंस्पेक्टर और सहायक जैसे पदों पर नौकरी दिलाने का झांसा देता था। जांच में सामने आया है कि उसने युवाओं से चार से छह लाख रुपये तक वसूलकर फर्जी भर्ती प्रक्रिया चलाई।

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यह मामला तब सामने आया जब नवी मुंबई निवासी संतोष खरपुड़े ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में बताया गया कि आरोपी ने मई 2023 में अंधेरी पूर्व के एक होटल में इंटरव्यू का नाटक रचा और हर उम्मीदवार से करीब 10 लाख रुपये तक वसूल लिए। उसने सभी को फर्जी नियुक्ति पत्र, जाली पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट और सरकारी अस्पतालों से फर्जी मेडिकल टेस्ट भी उपलब्ध कराए ताकि पूरी प्रक्रिया असली लगे।

कुछ महीनों तक जब किसी उम्मीदवार को जॉइनिंग की जानकारी नहीं मिली तो उन्होंने आयकर विभाग से संपर्क किया। तब जाकर उन्हें सच्चाई का पता चला कि ऐसी कोई भर्ती प्रक्रिया चल ही नहीं रही थी। जब पीड़ितों ने पैसे लौटाने की मांग की, तो आरोपी ने शुरुआत में टालमटोल की और बाद में फोन व मैसेज का जवाब देना बंद कर दिया।

शिकायत मिलने के बाद सहार पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ बीएनएस (BNS) की धारा 318, 319, 336, 338 और 340 के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि राठौड़ सिर्फ आयकर विभाग ही नहीं, बल्कि भारतीय सेना में भी अपने संपर्कों के जरिए नौकरी दिलवाने का दावा करता था।

मुंबई पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। ईओडब्ल्यू अब यह जांच कर रही है कि क्या इस ठगी में और लोग भी शामिल थे। हालांकि इस मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सरकारी नौकरी के नाम पर चल रहे ऐसे गिरोह युवाओं की मेहनत और उम्मीदों से कब तक खेलते रहेंगे।

Updated on:
12 Oct 2025 12:15 pm
Published on:
12 Oct 2025 12:12 pm
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