Maharashtra News: इस घटना ने पूरे इलाके में शोक और दहशत फैला दी है। पीड़ितों का सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है।
महाराष्ट्र के सोलापुर में एक भयावह हादसे ने खुशहाल परिवार को तबाह कर दिया। कुछ दिन पहले युवराज मोहन सिंह बलरामवाले का परिवार तिरुपती के दर्शन के लिए गया था। उनके घर लौटने पर रविवार को नाते-रिश्तेदार आये थे और परिवार ने उन्हें तिरुपती का प्रसाद बांटा। इसके बाद सभी सो गए, लेकिन सुबह उठने पर पता चला कि उनके दो छोटे बच्चों की मौत हो चुकी थी। वहीं, पत्नी और बुजुर्ग मां समेत युवराज को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मिली जानकारी के अनुसार, यह हादसा सोलापुर शहर के लश्कर इलाके की लोधी गली में हुआ। युवराज मोहन सिंह अपने परिवार के साथ एक छोटे से कमरे में रहते थे। बताया जा रहा है कि रात को एलपीजी गैस सिलेंडर को ठीक से बंद नहीं किया गया था। घर का आकार केवल 10 बाय 5 फीट था और इसमें खिड़की भी नहीं थी। परिवार गहरी नींद में था और सभी पांच सदस्य पूरी तरह बंद कमरे में सो रहे थे। रातभर धीरे-धीरे गैस लीक होती रही, जिससे सभी बेहोश हो गए।
सुबह करीब 11 बजे जब कमरे का दरवाजा नहीं खोला गया, तो नाते-रिश्तेदारों ने फोन कर जानकारी ली और संपर्क नहीं हो पाने पर घर का दरवाजा तोड़ा गया। कमरे में गैस की बदबू थी और सभी के मुंह से झाग निकल रहा था। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। दुर्भाग्य से इस हादसे में छह वर्षीय हर्ष और चार वर्षीय अक्षरा की जान चली गई। जबकि पिता युवराज (40), पत्नी रंजना (35) और माता विमल (60) का सिविल अस्पताल में उपचार जारी है। रंजना और विमल की हालत गंभीर हूने के चलते उनका आईसीयू में इलाज चल रहा है।
पीड़ित परिवार दो दिन पहले ही तिरुपती दर्शन से लौटा था। युवराज कंस्ट्रक्शन का काम करते हैं, जबकि रंजना बीड़ी बनाती हैं और विमल एक अस्पताल में काम करती हैं। हादसे का पता तब चला जब रंजना के साथ बीड़ी बनाने वाली एक महिला घर आई। इस घटना ने पूरे इलाके में शोक और दहशत फैला दी है। पीड़ितों का सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस मामले में सिविल पुलिस चौकी में रिपोर्ट दर्ज की गई है और आगे की कार्रवाई जारी है।