Eknath Shinde : महाराष्ट्र के बजट सत्र से एक दिन पहले उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सत्तारूढ़ गठबंधन में खींचतान की अटकलों पर विराम लगाया है। उन्होंने कहा कि महायुति में सब कुछ ठीक चल रहा है।
Maharashtra Budget 2025 : महाराष्ट्र की महायुति सरकार में अनबन की खबरों के बीच उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बड़ा बयान दिया। शिवसेना प्रमुख शिंदे ने सत्तारूढ़ गठबंधन में किसी भी तरह के मतभेद की खबरों को सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र के बजट सत्र से एक दिन पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने मुंबई में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
एकनाथ शिंदे ने स्पष्ट रूप से कहा कि शिवसेना-बीजेपी-एनसीपी का गठबंधन अटूट है और इसमें किसी तरह की कोई दरार नहीं आई है। महायुति में सब कुछ ठीक चल रहा है। शिंदे के साथ इस दौरान फडणवीस और अजित दादा भी मौजूद थे। महाराष्ट्र विधानसभा का बजट सत्र 3 मार्च से शुरू होगा और वित्त मंत्री अजित पवार 10 मार्च को बजट पेश करेंगे।
पत्रकारों से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, "यह हमारी सरकार का दूसरा सत्र है। केवल हमारी (देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे) भूमिकाएं बदली हैं। लेकिन अजित दादा की भूमिका पहले वाली है... अजित दादा महाराष्ट्र का बजट पेश करेंगे। चाहे आप कितनी भी ब्रेकिंग न्यूज चलाएं, हम (महायुति) नहीं टूटेंगे। शीत युद्ध क्या है? ऐसा कुछ नहीं है। महाराष्ट्र की इस भीषण गर्मी में शीत युद्ध कैसे संभव है..."
हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि महायुति में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है और फडणवीस-शिंदे के बीच पालक मंत्री के पद व अन्य मुद्दों को लेकर तनातनी चल रही है। हाल ही में आरएसएस के गढ़ नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा था, “मुझे हल्के में न लें। जो लोग मुझे हल्के में लेते हैं…मैं एक साधारण कार्यकर्ता हूं, लेकिन मैं बाला साहेब और आनंद दिघे साहेब का कार्यकर्ता हूं, यह हर किसी को समझना चाहिए। जब 2022 में मुझे हल्के में लिया गया था, तब घोड़ा पलट गया और मैंने सरकार (एमवीए की) बदल दी।”
बीते एक महीने से बीजेपी और शिंदे गुट के बीच कैबिनेट गठन, विभागों के बंटवारे, पालक मंत्री पदों के चयन और विधायकों की सुरक्षा में कटौती को लेकर खींचतान की खबरें आ रही है। इस बीच शिंदे के इस बयान से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मच गई थी। तब ऐसा दावा किया जा रहा था कि उन्होंने यह बात उद्धव ठाकरे के अलावा फडणवीस के लिए भी कही है।