Aslam Shaikh : बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि असलम शेख ने फर्जीवाड़ा किया है। ऐसा फर्जीवाड़ा करने वाला शख्स अपने क्षेत्र का क्या विकास करेगा।
महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायक असलम शेख (Malad West MLA Aslam Shaikh) की शिक्षा को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। आरोप है कि मुंबई की मलाड पश्चिम सीट से कांग्रेस विधायक असलम शेख ने अपनी शैक्षणिक योग्यता के बारे में गलत जानकारी दी है। उन्होंने 2009 में दाखिल हलफनामे में अपनी शिक्षा बारहवीं पास बताई थी। जबकि 15 साल बाद 2024 में उन्होंने जो हलफनामा चुनाव आयोग में दाखिल किया है, उसमें उन्होंने अपनी शिक्षा 8वीं पास बताई है।
यह मामला तब सामने आया जब मलाड पश्चिम से चुनाव लड़ने वाले प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार शानुल हसन सैयद (Shanul Hassan Sayed) ने यह मुद्दा उठाया। उन्होंने दावा किया कि 2009 में शेख के हलफनामे में कहा गया था कि वह बारहवीं कक्षा पास है, जबकि 2024 में उनके आठवीं कक्षा पास होने का दावा किया गया है। सईद ने यह भी आरोप लगाया कि हलफनामे में असलम शेख के पिता का नाम भी गलत लिखा गया है।
हसन सैयद ने आरोप लगाया कि शेख अपनी शैक्षणिक योग्यता के बारे में गलत जानकारी दे रहे है. 2009 में उन्होंने एक हलफनामे में कहा था कि उन्होंने एचएससी (12वीं) पास की है, लेकिन बाद में 2014, 2019 और 2024 में हलफनामे में उन्होंने कहा कि वह सेंट एंथोनी हाईस्कूल (St Anthony High School) से आठवीं कक्षा पास हैं।
हसन सैयद ने कहा, मैंने रिटर्निंग ऑफिसर से इसकी शिकायत की थी, लेकिन मेरी शिकायत खारिज कर दी गई, क्योंकि वे केवल 2024 के हलफनामे और नामांकन फॉर्म पर गौर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह बॉम्बे हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर करेंगे और सच्चाई सबके सामने लाएंगे। चुनाव आयोग को उनका नामांकन फॉर्म खारिज कर देना चाहिए।
वहीँ, बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष तेजिंदर तीवाना ने कहा है कि असलम शेख ने फर्जीवाड़ा किया है। ऐसा फर्जीवाड़ा करने वाला शख्स अपने क्षेत्र का कैसे और कितना विकास करेगा।
असलम शेख ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि चुनाव लड़ने के लिए शिक्षा का कोई मापदंड नहीं है. मैंने हाल ही में जो हलफनामा दाखिल किया है, उसमें सच्ची जानकारी दी है। मुझ पर आरोप लगाने वाला व्यक्ति एक बाहरी उम्मीदवार है जिसे बीजेपी से समर्थन मिल रहा है। चुनाव में उनकी हार होगी और ये नतीजे सच्चाई सामने ला देंगे। कांग्रेस नेता 2009 से निचले सदन में मलाड पश्चिम का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और इस बार भी उन्हें फिर टिकट मिला है।