केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, शिवाजी महाराज के स्वराज, स्वभाषा और स्वधर्म के संकल्प को आज पीएम मोदी आगे बढ़ा रहे हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भारत के हर बच्चे को शिवचरित पढ़ाने पर जोर देते हुए कहा है कि शिवाजी महाराज को महाराष्ट्र तक सीमित नहीं रखना चाहिए, पूरा देश और पूरी दुनिया उनसे प्रेरणा ले सकती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिवाजी महाराज के उस अंतिम संदेश को आगे बढ़ा रहे, जिसमें उन्होंने कहा था कि स्वराज, स्वधर्म के सम्मान और स्वभाषा को अमर बनाने की लड़ाई रुकनी नहीं चाहिए। शिवाजी महाराज ने काशी विश्वनाथ मंदिर के उद्धार, सभी ज्योतिर्लिंगों तक पहुंचने और राम जन्मभूमि का उद्धार करने को कहा था। यह सारे कार्य पीएम मोदी के शासनकाल में हुए। औरंगजेब ने जिस काशी विश्वनाथ मंदिर को तुड़वाया था, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनाकर पुनर्जीवित करने का काम भी प्रधानमंत्री मोदी ने किया है।
गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को महाराष्ट्र के रायगढ़ किले पर छत्रपति शिवाजी महाराज की 345वीं पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर शिवाजी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज का मतलब संकल्प, समर्पण, बलिदान, शौर्य, स्वाभिमान और स्वराज की अमर जिजीविषा है। प्रधानमंत्री मोदी ने शिवाजी महाराज की राज मुद्रा को हमारी नौसेना का प्रतीक बनाकर पूरी दुनिया में घोषणा की है कि हमारा देश और हमारा स्वराज पूरी तरह सुरक्षित है।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, जब देश में स्वधर्म और स्वराज की बात करना गुनाह था, तब 12 साल की उम्र में शिवाजी महाराज ने पूरे देश में भगवा फहराने की प्रतिज्ञा की। हम सभी का दायित्व है कि शिवचरित भारत के प्रत्येक बच्चे को सिखाया और पढ़ाया जाए।
उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से ऐसी व्यवस्था करने को कहा, जिससे 7वीं से 12वीं कक्षा का हर विद्यार्थी एक बार इस पुण्य स्थली पर जरूर आए। रायगढ़ किला नई ऊर्जा और नई चेतना का प्रतीक है। इस पुण्य स्थली पर आकर हर युवा को प्रेरणा लेनी चाहिए।