Solapur South Constituency : दिलीप माने मंगलवार दोपहर तक एबी फॉर्म आने का इंतजार करते रहे, उन्हें उम्मीद थी कि कांग्रेस पार्टी उन्हें ही एबी फॉर्म देगी।
Maharashtra Assembly Election 2024 : महाराष्ट्र के सोलापुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस नेता के साथ बड़ा खेला हो गया। कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशियों की तीसरी सूची में दिलीप माने का नाम होने के बावजूद उन्हें कांग्रेस पार्टी ने नामांकन फॉर्म भरने के लिए एबी फॉर्म नहीं दिया। आखिरकार दिलीप माने को निर्दलीय नामांकन फॉर्म दाखिल करना पड़ा। उन्होंने आखिरी वक्त तक इंतजार किया लेकिन जब उन्हें पार्टी से कोई मैसेज नहीं मिला तो उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं के साथ निर्दलीय उम्मीदवारी दाखिल कर दी।
बहरहाल, 'टाइगर अभी जिंदा है' कहकर तहलका मचाने वाले कांग्रेस नेता दिलीप माने के साथ ऐसा होने से राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। कांग्रेस की तीसरी लिस्ट में दिलीप माने का नाम आया था।
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव 20 नवंबर को होंगे और मतों की गिनती 23 नवंबर को की जाएगी। नामांकन फॉर्म दाखिल करने की आखिरी तारीख 29 अक्टूबर थी। दिलीप माने ने एबी फॉर्म के लिए आखिरी मिनट तक इंतजार किया।
महाविकास अघाडी (MVA) से शिवसेना (उद्धव गुट) के उम्मीदवार अमर पाटिल ने सोमवार दोपहर को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। अमर पाटिल को शिवसेना (UBT) से एबी फॉर्म मिला। इस बीच, रविवार रात कांग्रेस की तीसरी लिस्ट जारी हुई, जिसमें दिलीप माने को उसी सोलापुर दक्षिण सीट से उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा की गई।
दिलीप माने मंगलवार दोपहर तक एबी फॉर्म आने का इंतजार करते रहे, उन्हें उम्मीद थी कि कांग्रेस पार्टी उन्हें ही एबी फॉर्म देगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और उन्होंने मजबूरन निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया।
वहीँ, एमवीए में शामिल एनसीपी (शरद पवार) के नेता धर्मराज काडादी भी सोलापुर दक्षिण सीट से प्रत्याशी बन गए है। धर्मराज ने शरद पवार से टिकट मांगा था, लेकिन एनसीपी की लिस्ट में उनका नाम नहीं आया। जिसके बाद नामांकन भरने के आखिरी दिन 29 अक्टूबर को दोपहर में धर्मराज काडादी भी दक्षिण तहसील कार्यालय आये और नामांकन फॉर्म भरा। इसलिए सोलापुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में विपक्षी गठबंधन एमवीए के तीनों उम्मीदवारों के उतरने से असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है।
कांग्रेस, उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (यूबीटी), और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार के विपक्षी गठबंधन का हिस्सा हैं। महाविकास अघाडी, सत्तारूढ़ महायुति (बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी) को चुनौती दे रहा है।