Rajasthan Politics: राजधानी जयपुर में कांग्रेस वॉर रूम पर राजस्थान की 7 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए फीडबैक बैठक बुलाई गई। इसी बीच हरेन्द्र मिर्धा के एक बयान ने कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी है।
Rajasthan Politics: अगले कुछ दिनों में राजस्थान की 7 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने जा रहे हैं। उपचुनावों को देखते हुए कांग्रेस ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए बुधवार को राजधानी जयपुर में कांग्रेस वॉर रूम पर इन सातों सीटों के दावेदारों के लिए फीडबैक बैठक बुलाई गई है। इसी बीच कांग्रेस नेता और नागौर से विधायक हरेन्द्र मिर्धा के एक बयान से टेंशन बढ़ गई है।
कांग्रेस नेता हरेन्द्र मिर्धा ने जयपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, "टिकट तो जन्मसिद्ध अधिकार, क्लेम तो बनता ही है। टिकट पार्टी को तय करना है, क्लेम तो तीन पीढ़ी से जन्मसिद्ध अधिकार है और आगे भी रहेगा।" बताते चलें हरेन्द्र मिर्धा ये क्लेम नागौर की खींवसर सीट के लिए कर रहे हैं। वहीं हनुमान बेनीवाल को लेकर कहा कि, 'हनुमान बेनीवाल को खुद एक घण्टे बाद याद नहीं रहता उसने क्या कहा था।' साथ ही कहा कि किसी भी धार्मिक मंच पर राजनीतिक या कोई अन्य तरह की बात करना ठीक नहीं है। ये गलत ट्रेंड शुरू हो गया है।
बता दें, कांग्रेस की फीडबैक बैठक में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, रफीक खान, हरेंद्र मिर्धा, रघुवेंद्र मिर्धा, एमडी चोपदार, नसीम अख्तर सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
गौरतलब है कि फीडबैक बैठक में झुंझुनू, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर, सलूम्बर, चौरासी और रामगढ़ विधानसभा क्षेत्रों के प्रमुख कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक हुई। बता दें इन सातों सीटों में से 6 सीटें कांग्रेस और क्षेत्रीय दलों के पास थी। हालांकि लोकसभा में कांग्रेस का आरएलपी और बीएपी से गठबंधन था, लेकिन विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अपने दम पर ही यहां चुनाव लड़ेगी।