The villager was carrying a bottleनरसिंहपुर. तहसील नरसिंहपुर के ग्राम तिंदनी से शुक्रवार की दोपहर परिजनों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे एक ग्रामीण ने कर्मचारियों की मनमानी पर जमकर नाराजगी जताई। ग्रामीण हाथ में कुप्पी लिए हुए था जिसमें पेट्रोल होने की बात कही गई और माचिस भी हाथ में थी, ग्रामीण बार-बार यह कह रहा […]
The villager was carrying a bottleनरसिंहपुर. तहसील नरसिंहपुर के ग्राम तिंदनी से शुक्रवार की दोपहर परिजनों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे एक ग्रामीण ने कर्मचारियों की मनमानी पर जमकर नाराजगी जताई। ग्रामीण हाथ में कुप्पी लिए हुए था जिसमें पेट्रोल होने की बात कही गई और माचिस भी हाथ में थी, ग्रामीण बार-बार यह कह रहा था जब उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है तो अब उसके सामने मरने के अलावा कोई चारा नहीं है। ग्रामीण के तेवर और हाथ में कुप्पी देख वहां मौजूद कर्मचारी सकते में आ गए। बताया जाता है कि ग्रामीण ने गुस्से में कुप्पी में भरा ज्वलनशील पदार्थ जिसे पेट्रोल बताया गया है वह अपने ऊपर भी डालने लगा था। उसके हाथ में माचिस भी थी जिससे वहां मौजूद अमले को डर रहा कि कहीं नाराज ग्रामीण खुद को आग न लगा ले। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। जैसे-तैंसे सभी ने ग्रामीण को समझाया और उसे गोटेगांव भिजवाया।
तिंदनी निवासी धनीराम सिलावट ने एक आवेदन भी अधिकारियों को दिया। जिसमें बताया है कि मौजा छिंदौरी में खरीदी गई भूमि को ऑनलाइन रिकॉर्ड में दर्ज नहीं किया जा रहा है। धनीराम ने बताया कि 18 जुलाई 2025 को खसरा नंबर 16/1, 16/3, 16/24, 16/5 और 16/6 कुल रकबा 0.938 हेक्टेयर में से 1750 वर्गफुट का खाली प्लॉट खरीदा था। उनका नाम राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज भी कर दिया गया था, लेकिन ऑनलाइन खसरा में अब तक नाम प्रदर्शित नहीं हो रहा है। वह कई बार पटवारी और तहसीलदार के पास अपनी समस्या लेकर पहुंचा। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बार-बार चक्कर काटने के बाद जब कहीं सुनवाई नहीं हुई तो वह कलेक्ट्रेट आया। ग्रामीण परिवार ने मांग की कि उसकी भूमि का विवरण तत्काल ऑनलाइन दर्ज कराया जाए। मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने ग्रामीण व उसके परिवार को समझाया, पूरे मामले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी, इसके बाद मामला शांत हुआ। वहीं मामले को लेकर कोतवाली थाना प्रभारी गौरव चाटे का कहना कि जब पुलिस वहां पहुंची थी तो मामला शांत हो गया था और वह जाने लगा था।