खेत से सीधे बाजार तक: जैविक खेती को मिला नया मंच
Organic farming
रासायनिक खेती के दौर में प्राकृतिक और जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने की दिशा में नरसिंहपुर में एक अभिनव पहल की शुरुआत हुई है। किसानों को उनके उत्पादों के लिए सीधा और बेहतर बाजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शासकीय उद्यानिकी परिसर में हाट बाजार का शुभारंभ किया गया। यह हाट बाजार न केवल किसानों के लिए उम्मीद की नई किरण बना बल्कि शहरवासियों के लिए शुद्ध और भरोसेमंद खाद्य उत्पादों तक पहुंच का माध्यम भी साबित हुआ।
हाट बाजार का शुभारंभ जिला पंचायत के सीईओ गजेन्द्र सिंह नागेश और ग्राम महगुवां के जैविक कृषक गजेन्द्र सिंह पटेल ने फ ीता काटकर किया। जिला प्रशासन के सहयोग से कृषि एवं उससे संबद्ध विभागों द्वारा शुरू की गई यह पहल किसानों को बिचौलियों से मुक्त कर सीधे उपभोक्ताओं से जोडऩे की दिशा में अहम कदम मानी जा रही है। पहले ही दिन बड़ी संख्या में नागरिक यहां पहुंचे और जैविक व प्राकृतिक उत्पादों की खरीदी की।
हाट बाजार में जिले के किसानों द्वारा तैयार किए गए जैविक और प्राकृतिक उत्पादों की विविधता आकर्षण का केंद्र रही। गुड़, गुड़ कैंडी, गुड़ पाउडर, गन्ना रस, अरहर, मूंग, चना और उड़द की दालों के साथ.साथ श्रीअन्न के रूप में ज्वार, बाजरा, कोदो, कुटकी और सांवा भी उपलब्ध रहे। इसके अलावा जैविक सब्जियां,पालक, मैथी, आलू, टमाटर, लौकी, गिलकी और बरहेटा गांव का देशी सिंघाड़ा, पपीता, अमरूद जैसे फ ल तथा देशी घी और पनीर जैसे दुग्ध उत्पादों को लोगों ने खास पसंद किया।परियोजना संचालक आत्मा के अनुसार इस हाट बाजार का उद्देश्य केवल बिक्री नहीं बल्कि किसानों और उपभोक्ताओं के बीच विश्वास का सेतु बनाना है। सीईओ जिला पंचायत सहित अन्य अधिकारियों ने स्टॉलों का भ्रमण कर किसानों से सीधे संवाद किया और उत्पादों की जानकारी ली।यह हाट बाजार एक ऐसा नवाचार है, जो स्थानीय किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के साथ.साथ आम नागरिकों को स्वस्थ जीवनशैली की ओर प्रेरित कर रहा है। आने वाले समय में यह पहल जिले की पहचान बन सकती है।