नरसिंहपुर. ग्रामीण विकास के लिए शासन की योजनाओं से राशि तो भरपूर मिल रही है। लेकिन इस राशि का कई जगह जमकर दुरूपयोग हो रहा है। जिससे गांवों की स्थिति जस की तस बनी है और कागजों में गांव विकास के नए पायदान चढ़ रहा है। जिले की ग्राम पंचायत मचवारा में मनरेगा समेत अन्य योजनाओं के कार्यो में जमकर सरकारी धन की बंदरबांट होने पर 37 ग्रामीणों ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की
MNREGA and other schemes नरसिंहपुर. ग्रामीण विकास के लिए शासन की योजनाओं से राशि तो भरपूर मिल रही है। लेकिन इस राशि का कई जगह जमकर दुरूपयोग हो रहा है। जिससे गांवों की स्थिति जस की तस बनी है और कागजों में गांव विकास के नए पायदान चढ़ रहा है। जिले की ग्राम पंचायत मचवारा में मनरेगा समेत अन्य योजनाओं के कार्यो में जमकर सरकारी धन की बंदरबांट होने पर 37 ग्रामीणों ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की तो जिला पचायत प्रशासन ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। गांव में मनरेगा से कहीं अधूरे कार्य हुए हैं तो कहीं कागजों में कार्यो पूर्ण बता दिया गया है।
जिले की ग्राम पंचायतों में मनमाने ढंग से कार्य चलने की शिकवा-शिकायतें आम हैं। लेकिन जनपद नरसिंहपुर की मचवारा पंचायत में मनरेगा में हुए भ्रष्टाचार की ग्रामीणों द्वारा जिला पंचायत के साथ ही सीएम हेल्पलाइन में एक साथ 37 शिकायतें करने से जिला पंचायत प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। बताया जाता है कि उच्च स्तरीय जांच समिति के प्रतिवेदन मिलते ही मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई संभावित है।
राशि पूरी निकली कार्य अधूरा
मचवारा के ग्रामीणों का आरोप है कि टोला के पास पुलिया, स्टापडैम विंग वॉल, पुलिया के पास निर्माण के लिए करीब 6.78 लाख रुपए की राशि आहरित की गई। लेकिन 30-40 फीसदी राशि का ही उपयोग किया गया। मचवारा में 13 स्थानों पर सोखपिट मेंशन किए हैं, जिसका पैसा पंचायत के खाते में अंतरित किया गया है, लेकिन पांच स्थानों पर ही सोखपिट निर्माण हुआ है। तीन बन रहे है। बाकी पांच सोखपिट कागजों में दर्शाए गए हैं।
सहयोगियों के खाते में राशि लेकर उपयोग
ग्रामीण कहते हैं कि मनरेगा से किसानों ने अपने खेतों पर वर्ष 2021-22 में पौधरोपण किया। जिसकी कुछ राशि किसानों को मिली। इसके बाद राशि मिलना बंद हो गया। वर्ष 2024-25 में हितग्राहियों को बिना बताए पंचायत अधिकारियों ने करीब दो लाख रुपए की राशि अपने निजी सहयोगियों के खातों में डलवार कर अपने निजी कार्यों के लिए उपयोग कर ली। शिकायतकर्ता श्रीराम पटेल, लेखराम लोधी, शिवप्रसाद लोधी, प्रमोद सिंह, नरेश पटेल, अनिल लोधी, अरुण लोधी, भागवत सिंह, देवेंद्र लोधी, अजय पटेल आदि ने अतिरिक्ति सीईओ से मिलकर भी पंचायत के कारनामे बताए हैं। बताया जाता है कि मचवारा पंचायत की जनपद स्तर से हुई जांच में भी गड़बडिय़ां मिली थीं। लेकिन इस मामले में आगे कोई कार्रवाई सार्थक रूप नहीं ले सकी।
वर्जन
मचवारा के ग्रामीणों ने लिखित शिकायत दी है। सीएम हेल्पलाइन पर 37 शिकायतें दर्ज कराईं थीं। मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में है। टीम बनाकर जांच करने कहा है। इनके प्रतिवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। जो दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
उदयराज सिंह, अतिरिक्त सीईओ जिला पंचायत नरसिंहपुर