पुरी में शुक्रवार को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान थकावट और भीड़ के दवाब के कारण 750 से अधिक श्रद्धालु बीमार पड़ गए। जिनमें से 12 की हालत नाजुक है। उन्हें ICU में भर्ती कराया गया है।
पुरी में शुक्रवार को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा (Rath Yatra) के दौरान थकावट और भीड़ के दवाब के कारण 750 से अधिक श्रद्धालु बीमार पड़ गए। आनन-फानन में घायलों को अस्पताल ले जाया गया। अधिकांश श्रद्धालुओं को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, जबकि 12 लोगों की हालत को देखते हुए उन्हें ICU में शिफ्ट किया गया। एक श्रद्धालु की हालत को देखते हुए उसे कटक SCB मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
अधिकारियों ने कहा कि रथ यात्रा के दौरान भारी भीड़ थी। दवाब और उमस के कारण 750 लोग बीमार पड़ गए। भीड़ से बीमार लोगों को निकालने के लिए ग्रैंड रोड के किनारे एक समर्पित एंबुलेंस कोरिडोर स्थापित किया गया। एंबुलेंस को निकालने के लिए लगभग 600 स्वयंसेवकों ने मानव श्रृंखला बनाई। प्रशासन ने बताया कि रथ यात्रा के लिए विशेष स्वास्थ्य व्यवस्था के तहत पुरी में बाहरी जिलों से 378 अतिरिक्त डॉक्टर तैनात किए गए थे। साथ ही, 265 अतिरिक्त अस्पताल बेड की व्यवस्था की गई थी।
पुरी के मुख्य जिला चिकित्सा पदाधिकारी (Puri CMO) ने डॉ. किशोर सतपथी ने कहा कि रथ यात्रा के दौरान भीड़भाड़ की वजह से कई लोगों को मामूली चोटें आईं, उल्टी हुई और बेहोशी हुई। ओडिशा के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के मंत्री मुकेश महालिंग ने कहा कि गर्मी और उमस के वजह लोग बीमार पड़ गए।
प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि लंबे समय तक रोके जाने के कारण भारी भीड़ हो गई और भीड़भाड़ वाले क्षेत्र से भागने की कोशिश करते समय कई लोग घायल हो गए। घायलों को सरकारी निकायों और निजी संगठनों से जुड़े स्वयंसेवकों की मदद से तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
वहीं, आज अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी आज भगवान जगन्नाथ का दर्शन करेंगे। अडानी ग्रुप यूपी के प्रयागराज महाकुंभ की तरह ही ओडिशा के पुरी में चल रही भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान प्रसाद सेवा की व्यवस्था की है। 26 जून से शुरू इस व्यवस्था के तहत 8 जुलाई तक, अडानी ग्रुप करीब 40 लाख लोगों को भोजन और पानी वितरित करने जा रहा है।