Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा में 5 अक्टूबर को सभी 90 सीटों पर वोटिंग होनी है लेकिन उम्मीदवारी की लिस्ट आते ही पहले बीजेपी में और अब कांग्रेस में विरोध के स्वर तेज होने लगे हैं।
Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही पहले भाजपा में बगावत शुरू हुई और करीब 20 नेताओं ने पार्टी छोड़ दी। बीजेपी के बाद अब कांग्रेस में भी बगावत का झंडा बुलंद होता दिख रहा है। भाजपा को जिस विद्रोह और असंतोष का सामना करना पड़ा, वही अब दर्द अब कांग्रेस को परेशान करने लगा है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने पार्टी की पहली सूची जारी करने के बाद इस्तीफा दे दिया और यह घोषणा की है कि वह निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ेंगे।
Congress' first list of 32 names: कांग्रेस की 32 नामों की पहली सूची में भूपिंदर सिंह हुड्डा (Ex chief minister Bhupinder Singh Hooda), विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) , उदय भान (Udai Bhan) और राजिंदर सिंह जून (Rajinder Singh Joon) आदि का नाम आया है। गढ़ी सांपला-किलोई से पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा, जुलाना से नई पार्टी में शामिल विनेश फोगाट और होडल से राज्य इकाई प्रमुख उदय भान शामिल हैं। बहादुरगढ़ के मौजूदा विधायक राजिंदर सिंह जून को एक बार फिर से पार्टी इसी सीट से चुनाव मैदान में उतार रही है। इस सीट को लेकर पार्टी में विद्रोह शुरू हो गया है। आपको बता दूं कि राजेश जून (Rajesh Joon) ने 2019 में भी राजिंदर सिंह जून को टिकट दिए जाने के बाद पार्टी के खिलाफ विरोध का झंडा बुलंद किया था। राजेश जून ने बहादुरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन जमा भी करवाया था और भूपिंदर सिंह हुड्डा के हस्तक्षेप के बाद ही उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था।
वरिष्ठ नेता राजेश जून (Rajesh Joon) ने अपने समर्थकों से मुलाकात करने के बाद यह घोषणा कर दी है कि उन्होंने कांग्रेस में सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है और इस सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। जून ने कहा, "कांग्रेस नेतृत्व ने मुझे धोखा दिया। मुझसे टिकट देने का वादा किया गया था लेकिन वादा पूरा नहीं किया गया। मैं कांग्रेस उम्मीदवार को जितने वोट मिलेंगे, उससे दोगुने वोट पाकर विधायक बनूंगा।"
बुधवार को 67 नामों की पहली सूची जारी करने के बाद भाजपा को अपने नेताओं के असंतोष का भी सामना करना पड़ा। टिकट नहीं मिलने के बाद ऊर्जा मंत्री रणजीत चौटाला और विधायक लक्ष्मण नापा ने पार्टी छोड़ दी। चौटाला ने कहा है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे, वहीं नपा ने घोषणा की कि वह कांग्रेस में शामिल होंगे। चौटाला हरियाणा के सबसे बड़े नेताओं में से एक चौधरी देवीलाल चौधरी के पुत्र हैं जो दो बार मुख्यमंत्री रहे और उपप्रधानमंत्री भी रहे। उम्मीदवारों की सूची में अपना नाम न होने पर भाजपा विधायक शशिरंजन परमार भी फूट-फूटकर रोने लगे थे।
हरियाणा की सभी 90 सीटों पर 5 अक्टूबर को वोटिंग होगी और 8 अक्टूबर को मतगणना होगी।
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