दिल्ली में बढ़ते AQI को देखते हुए ग्रैप का दूसरा चरण लागू कर दिया था। सोमवार को दिल्ली का औसत AQI करीब 300 रहा।
दिल्ली की हवाएं जहर का काम कर रही है। दिल्ली की हवा (AQI) दिन प्रतिदिन खराब श्रेणी में जाती जा रही है। स्थिति को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अगर दिल्ली की हालत ऐसी ही रही तो आने वाले समय में हालात ओर बिगड़ सकते है। इसका मुख्य कारण है पराली जलाने से होने वाला प्रदूषण और मौसम का खराब होना।
दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण बढऩे को लेकर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने सोमवार को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) का दूसरा चरण लागू करने का निर्देश दिया। डीजल जनरेटर पर भी रोक लगाने का निर्देश दिया गया। ग्रेप-2 मंगलवार सुबह आठ बजे से लागू हो जाएगा। सर्दियों का मौसम आने के साथ दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण बढऩे लगता है। सोमवार को दिल्ली का औसत AQI करीब 300 रहा।
दिल्ली में बिगड़ती एयर क्वालिटी को देखते हुए ग्रैप का दूसरे चरण को लागू कर दिया गया है। ग्रैप के दूसरे चरण के तहत, 19 किलोवॉट से कम क्षमता वाले पोर्टेबल डीजल जनरेटर सेट (DG) के इस्तेमाल पर रोक रहेगी। किसी तरह की इमरजेंसी में ही इसका प्रयोग किया जाएगा। 19 किलोवाट से 63 किलोवाट क्षमता वाले डीजी सेट, अगर रेट्रोफिटेड नहीं हैं या दोहरे ईंधन पर काम नहीं कर रहे हैं, तो उनका इस्तेमाल भी सिर्फ अस्पतालों, लिफ्ट आदि जैसी आपातकालीन सेवाओं के लिए किया जा सकेगा। 19 किलोवाट से 63 किलोवाट क्षमता वाले डीजी सेट, अगर रेट्रोफिटेड नहीं हैं या दोहरे ईंधन पर काम नहीं कर रहे हैं, तो उनका इस्तेमाल भी सिर्फ अस्पतालों, लिफ्ट आदि जैसी आपातकालीन सेवाओं के लिए किया जा सकेगा।