दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने राष्ट्रीय राजधानी के हिस्से का पानी की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन के पांचवें दिन तबीयत बिगड़ने के बाद मंगलवार को अनशन समाप्त कर दिया।
दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने राष्ट्रीय राजधानी के हिस्से का पानी की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन के पांचवें दिन तबीयत बिगड़ने के बाद मंगलवार को अनशन समाप्त कर दिया। आम आदमी पार्टी (आप) के राज्य सभा सांसद संजय सिंह ने आज कहा कि जल मंत्री आतिशी पांच दिनों से अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठी थीं। उनकी एक ही मांग थी कि दिल्ली को उसके हक का पानी मिलना चाहिए। हरियाणा की सरकार से हमारे समझौते के तहत दिल्ली को 613 एमजीडी पानी मिलना चाहिए। लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद, पिछले तीन सप्ताह से लगातार दिल्ली को 100 एमडीजी पानी कम दिया जा रहा है। यह दिल्ली के लोगों के हक का पानी है। दिल्ली को निर्धारित कोटे के अनुसार पूरा पानी देने की गुहार कहीं नहीं सुनी गई।
आतिशी के अनशन समाप्त करने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनकी तारीफ की है। उन्होंने कहा, दिल्ली की जल मंत्री आतिशी अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठी थीं, ताकि दिल्ली के लोगों को उनके हक का पानी मिल सके। कल रात उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनके स्वास्थ्य को लेकर आज हर दिल्लीवासी चिंतित है। भाजपा की सरकार जो अन्याय दिल्ली के साथ कर रही है, दिल्ली के लोग उसका जवाब जरूर देंगे। हम सब आतिशी जी के उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हैं। इस सत्याग्रह में हर एक दिल्लीवासी उनके साथ है।
आतिशी के अनशन समाप्त करने पर दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने तंज कसा है। उन्होंने कहा, “आतिशी जी, गांधी जी ने अनशन की पवित्र विधि को सत्याग्रह का नाम दिया था। सत्याग्रह हमेशा सच्चे और पवित्र मन से किया जाता है। मैंने दो बार अनशन किया। एक बार 10 दिन और एक बार 13 दिन। मेरे अनशन के बाद देश में बच्चों के बलात्कारियों को फांसी की सजा का कानून भी बना। संघर्ष की राह बहुत मुश्किल होती है। कई साल जमीन पे संघर्ष करके ही अनशन करने की शक्ति हासिल होती है। दूसरों के बारे में पूरा दिन झूठी और गंदी बातें बोल के नहीं। खैर, आशा है जल्द आप का स्वास्थ्य ठीक होगा और आप दिल्ली के लोगों के लिए काम करेंगी।