राजद नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को जहानाबाद से एक नई वोटर अधिकार यात्रा का शुभारंभ कर दिया है।
बिहार चुनाव से पहले नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव ने राज्य में एक और वोटर अधिकार यात्रा का शुभारंभ कर दिया है। मंगलवार को जहानाबाद शहर से इस यात्रा की शुरुआत की गई है और पांच दिनों बाद यह वैशाली में समाप्त होगी। यात्रा के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए तेजस्वी ने बताया कि इन दिनों उनका शेड्यूल काफी व्यस्त चल रहा है। उन्होंने कहा कि इसके चलते हमें खाने पीने का भी समय नहीं मिलता है, लेकिन अब हमें इसकी आदत हो गई है। तेजस्वी ने आगे कहा, मुझे परिवार के लिए बहुत कम समय मिलता है, और न ही मुझे मेरे बच्चों से बात करने का मौका मिलता है।
यात्रा से पहले तेजस्वी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि, बिहार की पूरी जनता इस यात्रा में शामिल हो रही है। लोग एनडीए को नहीं चाहते हैं, जहां गुंडे हावी हैं, पत्रकारों पर हमला होता है और बेरोजगारी और गरीबी बढ़ रही है। लोग मौजूदा सरकार से तंग आ चुके हैं। तेजस्वी की यात्रा जहानाबाद के गांधी मैदान से शुरु होकर नालंदा, पटना, बेगूसराय, खगड़िया, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, समस्तीपुर और उजियारपुर होते हुए 20 सितंबर को वैशाली पहुंचेगी।
इस यात्रा का रोडमैप विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर तय किया गया है। इसी के चलते इस दौरान तेजस्वी सिर्फ 5 दिनों में 10 जिलों की 66 विधानसभा सीटों को साधने की कोशिश करेंगे। तेजस्वी यहां की जनता से मिल कर स्थानीय राजनैतिक समीकरणों को समझने की कोशिश करेंगे। यह वहीं जिले है जो महागठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान छूट गए थे। इसी के चलते अब इस नई यात्रा में तेजस्वी इन जिलों का दौरा कर यहा महागठबंधन की जडें मजबूत करेंगे। इस दौरान तेजस्वी वोट चोरी के मुद्दे को जनता के बीच उठाएंगे।
हालांकि महागठबंधन की यात्रा में इंडिया ब्लॉक के सभी दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया था लेकिन इस यात्रा में केवल आरजेडी नेता शामिल होंगे। इस यात्रा के दौरान तेजस्वी जिन सीटों का दौरा करेंगे वह राज्य की कुल 243 सीटों का 27 फीसदी है। 2020 के चुनावों में इन सीटों पर एनडीए और महागठबंधन के बीच तकरार बराबर की थी। इन सीटों में से 34 पर एनडीए ने जीत हासिल की थी जबकि 32 पर महागठबंधन ने बाजी मारी थी।