Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव के बीच असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया काउंसिल फॉर यूनिटी ऑफ मुस्लिम्स (एआईएमआईएम) को रविवार को बड़ा झटका लगा है।
Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मियां चरम पर हैं। इस बार चुनाव में महागठबंधन और एनडीए के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है। इसी बीच कई नेता अपनी पार्टी से बगावत कर दूसरी पार्टी में शामिल हो रहे है। बिहार चुनाव के बीच असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया काउंसिल फॉर यूनिटी ऑफ मुस्लिम्स (एआईएमआईएम) को रविवार को बड़ा झटका लगा है। कई नेताओं ने एआईएमआईएम से इस्तीफा दे दिया है और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में शामिल हो गए है। चुनाव की तैयारियों के बीच ओवैसी की पार्टी को यह बड़ा झटका है।
हैदाराबाद के सांसद ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से जफर असलम, मुफ्ती अतहर जावेद, मुफ्ती सुफियान, नेहाल अख्तर, कैसर राही, नियाजुल हसन, अर्शी अजीज, अब्दुल कयूम और कलीमुद्दीन ने नाता तोड़ लिया है। इन सभी नेताओं ने तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी का दामन थाम लिया है।
एआईएमआईएम के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को भी झटका लगा है। बीजेपी के नेता प्रगति मेहता, जदयू नेता और मरौढा के पूर्व प्रत्याशी अल्ताफ आलम राजू और गड़खा जिला परिषद सदस्य योगेंद्र राम ने अपने समर्थकों के साथ आरजेडी में शामिल हो गए है।
बिहार चुनाव की तैयारियों के बीच कांग्रेस में टिकट बंटवारे पर कलह देखने को मिला। रविवार को बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने टिकट वितरण को लेकर उपजे असंतोष को स्वीकार किया और कहा कि अभी हमारा पूरा फोकस चुनाव लड़ने पर है। कृष्णा अल्लावरू ने कहा, किसी भी चुनाव में, किसी भी पार्टी में और किसी भी राज्य में जब भी टिकट वितरण होता है, तो कुछ असंतोष जरूर होता है। हमारे कुछ कार्यकर्ताओं की नाराजगी जायज है। इस मुद्दे को हम पार्टी के स्तर पर सुलझा लेंगे। उन्होंने आगे कहा कि अभी हमारा पूरा ध्यान चुनाव लड़ने पर है। बिहार के लोगों के मुद्दों को सुलझाने के लिए हमारे पास एक मजबूत एजेंडा है और हमारी एक युवा टीम है। हमें उम्मीद है कि बिहार इस बात को समझेगा कि अब बदलाव जरूरी है।