Bihar Assembly Election 2025: बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि "तेजस्वी ने लालू यादव की नाक कटवा दी।"
बिहार की सियासत में एक बार फिर से हलचल मच गई है, जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद रामकृपाल यादव (Ram Kripal Yadav) ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि "तेजस्वी (Tejashwi Yadav) ने लालू यादव (Lalu Yadav) की नाक कटवा दी।" यह बयान बिहार की राजनीति में चर्चा का विषय बन गया है, और इसके पीछे का कारण तेजस्वी यादव के हालिया राजनीतिक कदमों और उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव के पार्टी से निष्कासन को लेकर माना जा रहा है।
रामकृपाल यादव, जो कभी लालू प्रसाद यादव के करीबी सहयोगी थे और अब बीजेपी के प्रमुख नेताओं में से एक हैं, ने यह बयान तेजस्वी यादव की कार्यशैली और आरजेडी में चल रहे पारिवारिक और राजनीतिक विवादों के संदर्भ में दिया। सूत्रों के अनुसार, रामकृपाल का यह कटाक्ष तेज प्रताप यादव को आरजेडी और परिवार से निकाले जाने के फैसले से जोड़ा जा रहा है, जिसके पीछे लालू प्रसाद यादव का हाथ माना जाता है। तेज प्रताप के निष्कासन के बाद तेजस्वी ने इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा था कि पार्टी में अनुशासन सर्वोपरि है और निजी जीवन को राजनीति से अलग रखना चाहिए।
पिछले कुछ महीनों में तेज प्रताप यादव के सोशल मीडिया पोस्ट और उनके निजी जीवन से जुड़े विवादों ने आरजेडी को मुश्किल में डाला था। मई 2025 में लालू प्रसाद यादव ने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था, जब उनके एक सोशल मीडिया पोस्ट में 12 साल पुराने रिश्ते का खुलासा हुआ था। तेजस्वी ने इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा, "राजनीति और निजी जीवन अलग हैं। मेरे बड़े भाई को अपने फैसले लेने का हक है, लेकिन पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।"
रामकृपाल यादव और लालू प्रसाद यादव का पुराना रिश्ता रहा है, लेकिन 2014 में रामकृपाल के बीजेपी में शामिल होने के बाद दोनों के बीच सियासी दुश्मनी बढ़ गई। रामकृपाल ने 2014 के लोकसभा चुनाव में लालू की बेटी मीसा भारती को पाटलिपुत्र सीट पर हराया था, जिसके बाद से दोनों पक्षों के बीच तल्खी बनी हुई है। इस बयान को रामकृपाल की ओर से आरजेडी को कमजोर करने और बिहार विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी खेमे में अस्थिरता का संदेश देने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
तेजस्वी यादव ने रामकृपाल के इस बयान पर अभी तक सीधा जवाब नहीं दिया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि वह इसे बीजेपी की सियासी चाल मान रहे हैं। दूसरी ओर, लालू प्रसाद यादव ने हाल के दिनों में नीतीश कुमार और बीजेपी पर तंज कसते हुए अपनी सक्रियता दिखाई है, जिससे साफ है कि वह अपनी पार्टी को एकजुट करने की कोशिश में हैं।