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BJP New President: कौन बनेगा बीजेपी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष? रेस में इन दो महिलाओं का नाम भी आगे

New BJP President: बीजेपी को जल्द ही नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलने वाला है। जेपी नड्डा के बाद किसे यह ज़िम्मेदारी मिलेगी, इस बात पर सभी की नज़रें हैं। इस रेस में दो महिलाओं का भी नाम शामिल है। कौन हैं वो दो महिलाएं? आइए नज़र डालते हैं।

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Mar 04, 2025
Who will be new BJP President?

बीजेपी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष (BJP New President) कौन होगा, राजनीतिक गलियारे में हर तरफ इसकी चर्चा हर तरफ हो रही है। जेपी नड्डा के बाद किसे यह ज़िम्मेदारी मिलेगी, सभी के मन में यह सवाल आ रहा है और यह सवाल स्वाभाविक भी है। यूं तो नड्डा का कार्यकाल पिछले साल ही खत्म हो चुका है, लेकिन उसे बढ़ाया गया है। नड्डा के बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते हुए पार्टी को काफी साफ;ता मिली है। ऐसे में पार्टी चाहेगी कि नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यकाल में भी पार्टी चुनावी मैदान में झंडे गाड़े। होली से पहले बीजेपी के नए राष्टीय अध्यक्ष के नाम के ऐलान की अटकलें भी चल रही हैं, तो कुछ सूत्रों के अनुसार 14-21 के बीच यह फैसला लिया जा सकता है। यूं तो इस पद के लिए कुछ नामों की चर्चा चल रही है, लेकिन रेस में दो महिलाएं भी आगे हैं।

किन दो महिलाओं का नाम है रेस में आगे?

बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में दो महिलाओं का नाम भी आगे चल रहा है। ये दो महिलाएं हैं डी पुरंदेश्वरी (D Purandeswari) और वनथी श्रीनिवासन (Vanathi Srinivasan)। दोनों महिलाएं दक्षिण से हैं। पुरंदेश्वरी वर्तमान आंध्र प्रदेश से बीजेपी की राज्य अध्यक्ष हैं और राजामण्ड्रि लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं। वहीं, श्रीनिवासन वर्तमान में बीजेपी की महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के साथ ही तमिलनाडु से कोयंबटूर विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी हैं। इसके साथ ही श्रीनिवासन पार्टी की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी में भी शामिल हैं।

D Purandeswari and Vanathi Srinivasan

बीजेपी का "मिशन दक्षिण"

बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के लिए पुरंदेश्वरी या श्रीनिवासन को ज़िम्मेदारी देकर बीजेपी अपने "मिशन दक्षिण" (Mission South) को आगे बढ़ाना चाहेगी। नए बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में दक्षिण से कुछ अन्य नेता भी शामिल हैं। फिलहाल कर्नाटक के अलावा अन्य दक्षिणी राज्यों में बीजेपी की स्थिति काफी कमज़ोर है। लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव, बीजेपी को संघर्ष करना पड़ता है। ऐसे में दक्षिण के किसी नेता को अध्यक्ष बनाने से दक्षिण भारत के राज्यों में बीजेपी को फायदा मिलने की संभावना है।

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