डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के साथ भारत के तेल व्यापार की वजह से भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है। भारत सरकार ने भी अमेरिका के खिलाफ बड़ा कदम उठाते हुए एक अहम सैन्य डील रद्द कर दी है।
India-US Defense Deal: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 50% टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद भारत सरकार ने भी सख्त प्रतिक्रिया दी है। रूस से तेल व्यापार को लेकर अमेरिका के इस रवैये के खिलाफ भारत ने बड़ा कदम उठाते हुए अमेरिका के साथ एक अहम सैन्य डील को फिलहाल रोक दिया है। भारत द्वारा सैन्य डील रोकने का यह फैसला स्पष्ट संकेत है कि वह वैश्विक दबाव के सामने झुकने को तैयार नहीं है। यह घटनाक्रम भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग पर भी असर डाल सकता है।
रक्षा मामलों की वेबसाइट IDRW की रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने 3 अगस्त को अमेरिकी कंपनी बोइंग से 6 P-8I पोसेडन निगरानी विमानों की खरीद संबंधी डील को रोक दिया है। ये विमान भारतीय नौसेना के लिए समुद्री सुरक्षा और चीन की गतिविधियों पर नजर रखने के लिहाज से बेहद जरूरी माने जा रहे थे।
भारतीय नौसेना के पास पहले से 12 पोसेडन विमान मौजूद हैं। 2009 में भारत ने अमेरिका से पहली बार ये विमान खरीदे थे, जिसकी लागत करीब ₹19,000 करोड़ थी। इसके बाद 2016 में 4 और विमान ₹8,500 करोड़ में खरीदे गए। भारतीय नौसेना ने इन विमानों की क्षमताओं की कई बार प्रशंसा की है।
2021 में भारत ने 6 और विमान खरीदने का प्रस्ताव रखा था, जिसे अमेरिका की मंजूरी भी मिल चुकी थी। हालांकि लागत बढ़कर ₹21,000 करोड़ होने के कारण डील को स्थगित किया गया था। बाद में 2025 तक यह लागत ₹31,500 करोड़ तक पहुंच गई, बावजूद इसके भारत सरकार ने इसे आगे बढ़ाने का फैसला लिया था। अब ट्रंप के टैरिफ ऐलान के बाद यह डील दोबारा ठंडे बस्ते में चली गई है।
भारत के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका और यूरोपीय संघ पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है। मंत्रालय ने कहा कि रूस के साथ यूरोपीय संघ और अमेरिका का व्यापार भारत से कहीं ज्यादा है, फिर भी भारत पर टैरिफ लगाना गलत और अनैतिक है। मंत्रालय ने साफ किया कि भारत अपनी संप्रभुता और व्यापारिक स्वतंत्रता से कोई समझौता नहीं करेगा।