Bridge Collapse in Bihar: बिहार में बारिश के मौसम में पुल-पुलियों के टूटने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब, पूर्वी चंपारण जिले में एक पुलिया ध्वस्त हो गई।
Bridge Collapse in Bihar: बिहार में बारिश के मौसम में पुल-पुलियों के टूटने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब, पूर्वी चंपारण जिले में एक पुलिया ध्वस्त हो गई। पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) के मधुबन प्रखंड स्थित लोहरगावां गांव में एक पुलिया ध्वस्त हो गई। इस पुलिया का निर्माण मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत किया गया था। 2019 में बनी इस पुलिया की लागत दो लाख रुपये आई थी। सड़क और पुलिया के रखरखाव और अनुरंक्षण की तिथि से दो महीने पहले ही पुलिया ध्वस्त हो गई।
इस पुलिया के ध्वस्त होने से लोहरगावां गांव की करीब पांच सौ से ज्यादा की आबादी प्रभावित हो गई है। पुलिया के ध्वस्त होने से अनुसूचित जाति और अति पिछड़ा समाज के लोगों का संपर्क भी टूट गया है। ग्रामीणों ने बताया कि इस पुलिया के ध्वस्त होने से लोगों का संपर्क टूट गया है, लोग प्रभावित हैं। पुलिया ध्वस्त होने से एक शख्स इसकी चपेट में आ गया, उसके हाथ में फ्रैक्चर हो गया। ग्रामीणों ने पुलिया टूटने पर चिंता जताई है। उन्होंने इसके शीघ्र निर्माण की मांग की है।
मोतिहारी में ध्वस्त हुई पुलिया को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार पर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने बढ़ती महंगाई को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में 19 दिन में 13 पुल गिरा, रविवार को मोतिहारी में फिर एक पुल गिरा। हमने पहले भी कहा था कि यह गंभीर मसला है। बिहार में लगातार पुल गिर रहे हैं और शासन-प्रशासन चुप्पी साधे है। ऐसा लगता है यह मामूली सी बात है, यह परंपरा बनती जा रही है। मैने हमेशा इस मुद्दे को उठाया है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि पुल गिरना, भ्रष्टाचार, पेपर लीक, अपराध, बलात्कार, हत्या और लूट की घटना आए दिन हो रही है। सत्ता में बैठा कोई भी व्यक्ति इस पर बात नहीं करता। किस बात की डबल इंजन सरकार है? न बिहार के लिए कुछ हो रहा है? न कुछ बात हो रही है? बिहार में जो है, वह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है। पुल गिर रहे हैं, पेपर लीक हो रहे हैं, भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी बढ़ रही है।
महंगाई पर सरकार को घेरते हुए तेजस्वी ने कहा कि हम आप लोगों से पूछना चाहते हैं, कोई एक सब्जी का नाम बता दो जो 45 रुपए किलो से कम हो? प्याज, टमाटर का क्या भाव है? गोभी का क्या भाव है? आलू का भाव बता दीजिए? पटना में आलू 45 रुपये किलो मिल रहा है। इस पर सरकार ध्यान देने वाली नहीं है। जो सब्जियां चार से पांच रुपए किलो मिलती थी, वह 100 रुपये किलो मिल रही है। लेकिन, इस पर कोई बोलने के लिए तैयार नहीं है, लोग चुप्पी साधे हुए हैं। दिन रात हम लोगों को गाली देने से कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है।