PM Modi road show chariot : लोकसभा चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो में खासी भीड़ उमड़ती है और जाहिर है कि घनी आबादी वाले इलाके में होने वाले ऐसे आयोजन में सुरक्षा चिंताएं रहती हैं।
PM Modi road show chariot : लोकसभा चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो में खासी भीड़ उमड़ती है और जाहिर है कि घनी आबादी वाले इलाके में होने वाले ऐसे आयोजन में सुरक्षा चिंताएं रहती हैं। ऐसे में मोदी का रोड-शो रथ कोई साधारण गाड़ी पर बनाया गया ढांचा नहीं बल्कि विशेष तौर पर तैयार किया गया है। मोदी का रोड-शो रथ सुरक्षा व सुविधा के लिहाज से फूल प्रूफ माना जाता है जिसे बुलट या बम भी नहीं भेद सकता। सुरक्षाकर्मी ही इस कार का चालक होता है जो सुरक्षा के लिहाज से विशेष तौर पर प्रशिक्षित होता है।
-इसुजू कंपनी के डी-मैक्स मॉडल पर भगवा रंग में सजता है रथ
-पांच सीटर गाड़ी के निचले हिस्से में 25 एमएम की धातु की विशेष सुरक्षा प्लेट, जिससे बम
भी नाकाम
-मोदी के खड़े होने के दोनों ओर पांच एमएम की विशेष बुलट प्रूफ धातु प्लेट, गोली नहीं भेद सकती।
-सुरक्षाकर्मी चलाता है गाड़ी, एक अतिरिक्त चालक साथ में
-मोदी के खड़े होने के लिए छह इंच का ऊंचा स्थान,
-गाड़ी में एक एनएसजी कमांडो व चार अन्य लोगों के खड़े होने की जगह।
-मोदी के चेहरे पर रोशनी डालती लाइट और एयर कंडीशनर
-गाड़ी में विशेष फोन और संबोधन के लिए साउण्ड सिस्टम
सूत्रों के अनुसार मोदी के रोड शो के लिए करीब 20 गाड़ियां तैयार करवाई गई हैं। रोड शो से तीन दिन पहले एनएसजी गाड़ी को अपने कब्जे में लेकर सुरक्षा जांच करती है और हर रोड शो के बाद गाड़ी को सर्विस के लिए भेजा जाता है।
चुनाव प्रबंधन के जानकारों का कहना है कि घनी आबादी में से निकलने के कारण रोड शो जन संपर्क का ज्यादा प्रभावी तरीका है। इसमें आम लोग अपने लोकप्रिय नेता के नजदीक से देख सकते हैं वहीं आइ कांटेक्ट (नजर मिलाकर) से नेता एक बार में ही हजारों लोगों को प्रभावित कर सकता है। सभा की तरह इसमें भीड़ भी एकत्र नहीं करनी पड़ती।
इस लोकसभा चुनाव में मोदी ने राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, ओडिशा, प.बंगाल, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश व बिहार आदि राज्यों में रोड शो कर चुके हैं। उन्हाेंने मंगलवार को कोलकाता में रोड शो किया।