Bihar Politics: चिराग पासवान की पार्टी लोजपा रामविलास को बड़ा झटका लगा है। युवा विंग के करीब 100 नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एक साथ इस्तीफा दे दिया है। इन नेताओं का आरोप है कि पार्टी में उन्हें सम्मान नहीं मिलता और सिर्फ कुछ खास लोगों पर ही ध्यान दिया जाता है।
Chirag Paswan: बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव (Bihar election 2025) होने है। इससे पहले चिराग पासवान (Chirag Paswan) की पार्टी लोजपा रामविलास को बड़ा झटका लगा है। युवा विंग के करीब 100 नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एक साथ इस्तीफा दे दिया है। इन नेताओं का आरोप है कि पार्टी में उन्हें सम्मान नहीं मिलता और सिर्फ कुछ खास लोगों पर ही ध्यान दिया जाता है। जबकि चिराग पासवान हमेशा बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट का नारा देते हैं, लेकिन ठीक इसके विपरित उनकी पार्टी में विशेष पक्ष की ही सुनी जाती है। जमीन से जुड़े नेताओं कार्यकर्ताओं को उपेक्षित रखा जाता है। इस्तीफा देने वाले नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात रखी और आगे की रणनीति बनाने की भी बात कही।
लोजपा रामविलास के युवा विंग के जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार ने कहा कि पार्टी में उनकी कोई सुनवाई नहीं होती। प्रदेश स्तर पर उनकी समस्याओं को कोई भी नेता नहीं सुनता। सिर्फ एक विशेष पक्ष के लोगों की ही बात सुनी जाती है। इस दौरान उन्होंने कुछ उदारण भी दिए। बेलागंज में हुई मारपीट की घटना में चिराग पासवान खुद गए थे, लेकिन टिकारी में हुई हत्या की घटना पर पार्टी का कोई भी नेता नहीं पहुंचा। इसी तरह एक युवा नेता की मां एम्स में भर्ती थी लेकिन पार्टी ने उनके इलाज में कोई मदद नहीं की। ऐसे कई मौकों पर उन्हें उपेक्षित और अपमानित महसूस कराया गया। इस कारण से उन्होंने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने का फैसला किया है।
इस्तीफा देने वाले नेताओं ने बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट के नारे पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह नारा चिराग पासवान भले ही देते हों, लेकिन हकीकत में उनके ही नेता और कार्यकर्ता बिहार में उपेक्षित हैं। कार्यकर्ताओं की पार्टी में प्रदेश स्तर पर कोई सुध नहीं ली जाती।। एक विशेष पक्ष के लोगों के लिए ही काम किया जाता है। यहीं कारण है कि गया जिले के युवा विंग ने एक साथ इस्तीफा दे दिया।