Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान मतदाताओं के नाम काटने व जोड़ने को लेकर खासा हंगामा और सियासत हुई है।
Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान मतदाताओं के नाम काटने व जोड़ने को लेकर खासा हंगामा और सियासत हुई है। इस बीच दिल्ली में लोकसभा चुनाव के बाद करीब आठ महीने में करीब चार लाख मतदाता बढ़े हैं। यह नए मतदाता चुनाव के नतीजों में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव शुरू होने से पहले मतदाताओं के नाम जोड़ने-काटने को लेकर भाजपा व आम आदमी पार्टी के बीच सियासी बयानबाजी हुई। चुनाव आयोग की के अपडेटेड आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में 1 करोड़ 56 लाख 14 हजार मतदाता है। आठ महीने पहले लोकसभा चुनाव में दिल्ली में 1 करोड़ 52 लाख 14 हजार 638 मतदाता थे। पिछले चुनावों के नतीजों के विश्लेषण से पता चलता है कि नए मतदाताओं की हार-जीत में प्रमुख भूमिका रहती है।
मतदाताओं की संख्या के लिहाज से सबसे बड़ी विधानसभा विकासपुरी हो गई है। जहां 4 लाख 64 हजार 344 मतदाता है। जबकि सबसे कम 79667 वोट दिल्ली केंट सीट पर है।
नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ रहे आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पिछले दिनों दावा किया था कि इस सीट पर करीब 13 हजार मतदाताओं ने नाम जुड़वाने के आवेदन किए हैं। अब आंकड़ों से सामने आया कि यहां लोकसभा चुनाव के बाद महज 2209 मतदाता बढ़े हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव-2025 के लिए भाजपा के संकल्प पत्र का दूसरा भाग जारी कर किया। भाजपा ने संकल्प पत्र में सरकारी शिक्षण संस्थानों में जरूरतमंद छात्रों को ‘केजी’ से ‘पीजी’ तक मुफ्त शिक्षा और युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए 15 हजार की वित्तीय सहायता और 2 बार के यात्रा व आवेदन शुल्क की प्रतिपूर्ति का वादा किया है। इसके अलावा भी कई वादे किए गए हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि तकनीकी और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को ‘डॉ. बीआर अंबेडकर स्टाइपेंड योजना’ के तहत 1 हजार रुपये प्रति माह का स्टाइपेंड दिया जाएगा। इसके अलावा संकल्प पत्र में ऑटो-टैक्सी चालकों के लिए वेलफेयर बोर्ड, 10 लाख का जीवन बीमा, 5 लाख का दुर्घटना बीमा एवं वाहन बीमा और उनके बच्चों के लिए छात्रवृत्ति देने का वादा किया है। घरेलू कामगारों के लिए वेलफेयर बोर्ड, 10 लाख का जीवन बीमा, 5 लाख का दुर्घटना बीमा, उनके बच्चों के लिए छात्रवृत्ति और 6 महीने की पेड मैटरनिटी लीव का वादा किया है। पीएम स्वनिधि योजना के लाभार्थियों की संख्या दोगुनी होगी।