Assault By Uber Cab Driver: दिल्ली में एनवायरमेंट एक्टिविस्ट भारती चतुर्वेदी ने एक उबर ड्राइवर पर मारपीट व शारीरिक-मानसिक शोषण के गंभीर आरोप लगाए। साथ ही उन्होंने शहर की इमरजेंसी हेल्पलाइन सेवा पर भी सवाल खड़े किए।
Uber Driver Assault: भारती चतुर्वेदी एक पर्यावरण कार्यकर्ता (environment activist) है। वह "चिंतन" नाम से एक नॉन-प्रॉफिटेबल ट्रस्ट चलाती है। उन्होंने बुधवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए, अपने साथ हुई एक घटना का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने एक उबर (Ubar) कैब ड्राइवर पर राइड के दौरान मारपीट करने और शारीरिक प्रताड़ना देने के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यह घटना बुधवार को वसंत विहार से सर्वोदय एन्क्लेव की ओर जाते समय हुई थी। साथ ही, उन्होंने शहर में महिला असुरक्षा को लेकर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने बताया कि मैंने मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर "100" भी डायल किया, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
एनवायरमेंट एक्टिविस्ट भारती चतुर्वेदी ने अपनी पोस्ट में बताया कि राइड शुरु में बिना किसी परेशानी के चल रही थी। मामला तब शुरु हुआ, जब लोकेशन पिन गलत तरीके से एक्सेस फार्म्स पर रुक गया और राइड में परेशानी आना शुरु हो गई। लेकिन बाद में ड्राइवर बिना पिन के राइड को चालू रखने के लिए तैयार हो गया और फिर बाद में खुद ही परेशान होने लगा।
गलत टर्न लेने पर टोका तो चिल्लाने लगा और गाड़ी रोकने से भी मना करने लगा। बाद में गाड़ी को लापरवाही से भी चलाने लगा था। उन्होंने आगे कहा कि चालक इतना आक्रमक हो गया कि मैंने बचाव के लिए गाड़ी का दरवाजा खोला तो उसने मेरा हाथ भी मरोड़ दिया। मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर डायल करने पर भी निराशा ही हाथ लगी।
चतुर्वेदी ने बताया कि जिस जगह यह घटना हुई, वहां से इलाके के डीसीपी का दफ्तर सिर्फ़ 100 मीटर की दूरी पर था। उन्होंने कहा, "अगर मुझे पता होता, तो मैं वहां जाकर शिकायत करती।"
भारती ने बताया कि कंपनी का फॉलोअप कॉल भी ढाई घंटे की लंबी देरी के बाद आया था। आरोपों के जवाब में, उबर की तरफ से कहा गया कि यह व्यवहार उबर के दिशानिर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन है और अब ड्राइवर की उबर ऐप तक पहुंच समाप्त कर दी गई है।
कंपनी ने एक्स पर अपनी शुरुआती प्रतिक्रिया में इस चिंता को स्वीकार करते हुए कहा, "यह बेहद चिंताजनक है। इस तरह का व्यवहार बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और आपकी सुरक्षा हमेशा प्राथमिक रहेगी।" साथ ही उबर के प्रवक्ता ने यात्रियों को आपात स्थिति में ऐप में दिए गए SOS बटन का इस्तेमाल करने का भी सुझाव दिया।
डीसीपी दक्षिण दिल्ली कार्यालय ने एक्स पर जवाब दिया कि "मामले को संज्ञान में लिया गया है और इसकी जांच की जा रही है। अतिरिक्त जानकारी के लिए आपको एक डीएम भेजा गया है। इसके बाद निष्कर्षों के आधार पर उचित कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी।"