दुलारचंद की हत्या के बाद बिहार में सियासत गरमा गई है। बिहार पुलिस ने अनंत सिंह और उनके समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जानिए, क्या बोले अनंत सिंह
Bihar Assembly Elections: पटना के मोकामा में राजद नेता दुलारचंद यादव की गुरुवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। दुलारचंद विधानसभा चुनाव में जन सुराज के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे। घटना के बाद दुलारचंद का परिवार ने जमकर हंगामा किया। रातभर घर में शव पड़ा रहा। पुलिस के काफी मानमनौव्वल के बाद आज पीड़ित परिवार ने पोस्टमार्टम के लिए हामी भरी। वहीं, अब यह मुद्दा सियासी तूल भी पकड़ चुका है। राजद नेता व बाहुबली सूरजभान की पत्नी और मोकामा से राजद प्रत्याशी वीणा देवी ट्रैक्टर में सवार होकर पोस्टमॉर्टम के लिए निकली हैं। इस दौरान उनके समर्थकों ने अनंत सिंह को फांसी दो के नारे लगाए।
दुलारचंद के पोते के बयान के आधार पर भदौर थाना पुलिस ने अनंत सिंह, उनके दो भतीजे रणवीर और कर्मवीर, छोटन सिंह, कंजय सिंह समेत अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया है। अनंत सिंह हत्या के आरोप पर कहा है कि यह सब सूरजभान का किया धरा है। जबकि, सूरजभान और उनकी पत्नी वीणा देवी ने कहा कि हमारा इस घटना से कोई लेना-देना नहीं।
दुलार चंद यादव पटना जिले के बाढ़ इलाके के टाल क्षेत्र का एक कुख्यात अपराधी माना जाता था। वो जमीन कब्जा, रंगदारी, फायरिंग, मारपीट और अवैध वसूली जैसे कई गंभीर मामलों में आरोपी था। 2019 में तत्कालीन ASP लिपी सिंह ने इसकी गिरफ्तारी की थी। दुलारचंद पर अलग-अलग थानों में मामले दर्ज हैं।
दुलारचंद ने मर्डर से 2 दिन पहले अनंत सिंह की पत्नी के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था। दुलारचंद ने कहा था कि वो नीलम देवी नहीं नीलम खातून है। जब नीलम देवी लड़ रही थी तो लोग दरी लेकर दौड़ रहे थे और कह रहे थे कि नाचने वाली आई है। नीलम देवी नाचने के लिए गईं थी, अनंत सिंह ने उसे रख लिया। वह भूमिहार थोड़े थी।