Gurgaon Thar Viral Video:गुरुग्राम में एक युवक का चलती थार एसयूवी से पेशाब करने का वीडियो वायरल हो गया है।
Gurgaon Thar Viral Video: गुरुग्राम की सड़कों पर एक ऐसी शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसने सोशल मीडिया पर बवाल मचा दिया है। एक युवक ने चलती थार एसयूवी (Gurgaon Thar Incident) का पिछले दरवाजा खोलकर सड़क पर पेशाब कर दिया (Viral Thar Video), जिसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। यह घटना सदर बाजार इलाके में हुई, जहां युवक की इस हरकत को पीछे से आ रहे एक बाइक सवार ने अपने कैमरे में कैद कर लिया। वीडियो (Gurgaon Thar Viral Video) में साफ दिख रहा है कि युवक गाड़ी के हैंडल पर पैर रख कर सड़क पर पेशाब कर रहा है और फिर वापस गाड़ी में बैठ जाता है। इस 14 सेकंड की क्लिप ने लोगों में गुस्सा पैदा कर दिया है और यूजर्स ने दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
यह वीडियो इंटरनेट पर फैलते ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, खासकर X पर, चर्चा का केंद्र बन गया। @ag_Journalist नाम के एक यूजर ने इस घटना को शेयर करते हुए लिखा कि गुरुग्राम जैसे आधुनिक शहर में ऐसी हरकत अस्वीकार्य है। लोगों ने इस व्यवहार को शर्मनाक और असभ्य करार देते हुए पुलिस से तुरंत कार्रवाई करने की मांग की। कई यूजर्स ने सवाल उठाया कि महंगी गाड़ियों में घूमने वाले लोगों में सामाजिक शिष्टाचार की कमी क्यों है। इस घटना ने एक बार फिर सड़क पर व्यवहार और नागरिक जिम्मेदारी के मुद्दे को सामने ला दिया है।
गुरुग्राम के निवासियों और सोशल मीडिया यूजर्स ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस से जांच की मांग की है। लोगों का कहना है कि ऐसी हरकतें न केवल सार्वजनिक स्थानों की गरिमा को ठेस पहुंचाती हैं, बल्कि समाज में गलत संदेश भी देती हैं। कुछ यूजर्स ने सुझाव दिया कि गाड़ी के नंबर प्लेट के आधार पर दोषी की पहचान की जाए और उस पर जुर्माना लगाया जाए। हालांकि, अभी तक पुलिस की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
यह घटना सिर्फ एक व्यक्ति की हरकत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज में सिविक सेंस की कमी को उजागर करती है। गुरुग्राम जैसे शहर, जो तेजी से विकास कर रहा है और कॉरपोरेट हब के रूप में जाना जाता है, वहां ऐसी घटनाएं शर्मिंदगी का कारण बनती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि शिक्षा और जागरूकता अभियानों के जरिए लोगों में सार्वजनिक स्थानों पर उचित व्यवहार की समझ बढ़ाने की जरूरत है। यह घटना इस बात का भी प्रमाण है कि आर्थिक समृद्धि और लग्जरी लाइफस्टाइल हमेशा सामाजिक जिम्मेदारी की गारंटी नहीं देती।