IPS अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या के 8 दिन बाद आज सुबह 9 बजे पीजीआई मोर्ट्यूरी में उनका पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। पोस्टमॉर्टम के लिए डॉक्टरों का स्पेशल पैनल का गठन किया गया है, जो एसडीएम और SIT की निगरानी में होगा। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की जाएगी।
हरियाणा के सीनियर IPS अधिकारी वाई. पूरन कुमार (Y Puran Kumar) की कथित आत्महत्या के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ में गोली मारकर की गई आत्महत्या के 8 दिन बाद आज सुबह 9 बजे पीजीआई मोर्ट्यूरी में उनका पोस्टमॉर्टम होगा। पत्नी IAS अमनीत पी. कुमार (Amneet P. Kumar) ने आखिरकार पुलिस को सहमति दे दी है, लेकिन शर्तों के साथ जांच में पारदर्शिता और दोषियों पर कार्रवाई। पोस्टमॉर्टम के लिए डॉक्टरों का स्पेशल पैनल गठित किया गया है, जो एसडीएम और SIT की निगरानी में होगा। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी होगी।
उधर, रोहतक में एक चौंकाने वाली घटना ने पूरे मामले को भ्रष्टाचार और साजिश के चक्र में उलझा दिया। इस केस की जांच कर रहे साइबर सेल के ASI संदीप कुमार लाठर (41) ने मंगलवार को खुद को गोली मार ली। घटनास्थल से 3 पेज का सुसाइड नोट और 6 मिनट 26 सेकंड का वीडियो मैसेज बरामद हुआ, जिसमें उन्होंने दिवंगत IPS पूरन कुमार और उनके परिवार पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। ASI संदीप ने दावा किया कि वे "सत्य के लिए शहादत" दे रहे हैं, और IPS पूरन ने जातिवाद का सहारा लेकर भ्रष्टाचार छिपाने की कोशिश की।
IPS पूरन कुमार का शव चंडीगढ़ PGI मोर्ट्यूरी में रखा हुआ है। 8 दिनों तक अंतिम संस्कार न होने से परिवार और समर्थकों में आक्रोश बढ़ता जा रहा था। अमनीत कुमार ने सहमति तभी दी जब हरियाणा सरकार ने कई कदम उठाए:
परिवार का कहना है कि IPS पूरन ने अपने 8 पेज के सुसाइड नोट में 16 IAS/IPS अधिकारियों (DGP कपूर और SP बिजरनिया सहित) पर जातिगत भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न और अपमान का आरोप लगाया था। अमनीत ने इनकी गिरफ्तारी की मांग की है।
रोहतक के लाढौत गांव के खेत में बने एक कमरे में ASI संदीप का शव मिला। सेवा रिवॉल्वर से गोली मारकर की गई आत्महत्या की पुष्टि हुई। वे साइबर सेल में तैनात थे और IPS पूरन पर लगे रिश्वतखोरी के आरोपों की जांच कर रहे थे। नोट और वीडियो में उन्होंने कहा IPS पूरन "भ्रष्ट अधिकारी" थे, जो रोहतक रेंज में पोस्टिंग के बाद ईमानदार अफसरों को हटाकर भ्रष्ट लोगों को तरजीह देते थे। उन्होंने हत्या जैसे गंभीर केसों से आरोपी हटाने के बदले रिश्वत ली। 6 अक्टूबर को पूरन के गनमैन हेड कांस्टेबल सुशील को 2.5 लाख रुपये रिश्वत लेते पकड़ा था। पूछताछ में सुशील ने कबूला कि पैसे शराब ठेकेदार से IG पूरन के इशारे पर लिए गए थे। ठेकेदार को गैंगस्टर ने धमकाया था, मदद के नाम पर रिश्वत मांगी गई। इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी हुई।
ASI संदीप ने SP बिजरनिया और DGP कपूर को "ईमानदार" बताया, जबकि पूरन के परिवार (IAS पत्नी, MLA जीजा, SC कमीशन सदस्य) पर संपत्ति जांच की मांग की। SP रोहतक सुरिंदर सिंह भोरिया ने ASI संदीप को "कुशल और ईमानदार" बताया। फॉरेंसिक टीम जांच कर रही है, लेकिन वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। संदीप के परिवार ने शव लेने से इनकार कर दिया है वे IPS पूरन की पत्नी की गिरफ्तारी तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।