महाराष्ट्र में भारी बारिश के चलते अब तक 10 लोगों की जान जा चुकी है। मरने वालों में सबसे अधिक चार लोग अकेले नासिक जिले है से है जबकि धाराशिव और अहिल्यानगर में भी दो-दो लोगों की मौत हो चुकी है।
महाराष्ट्र के कई जिलों में बारिश के चलते भारी तबाही मचा रखी है। इसके चलते राज्य में जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्थ हो गया है। बारिश से जुड़ी घटनाओं के चलते पिछले 48 घंटों में कम से कम 10 लोगों की जान जा चुकी है और अभी भी कई लोग बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे हुए है। मरने वालों में चार लोग अकेले नासिक जिले से ही है जबकि धाराशिव और अहिल्यानगर में बारिश से जुड़ी घटनाओं में दो-दो लोगों की जान गई है। इसी बीच मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए राज्य के चार जिलों में भारी बारिश होने की संभावना जताई है।
मौसम विभाग ने 30 सितंबर के लिए मुंबई समेत रायगढ़, ठाणे और पालघर जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसमें कई इलाकों में भारी से अति भारी बारिश होने की भी संभावना जताई गई है। राज्य के तटीय इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश के बीच इस चेतावनी ने चिंताए बढ़ा दी है। अभी तक इस सीजन में सिर्फ मुंबई में ही 3000 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है। भारी बारिश के चलते राज्य के कई जिलों में बाढ़ आ गई है, जिसके चलते जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्थ हो चुका है।
रविवार शाम तक बाढ़ प्रभावित इलाकों से 11,800 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित बचाया जा चुका है, जबकि हजारों की संख्या में लोग अभी भी बाढ़ में फंसे है। रेस्क्यू किए गए सबसे अधिक 7,761 लोग मराठवाढ़ा से है, जो कि बाढ़ के चलते सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। यहां अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा छत्रपति संभाजी नगर से 25 से अधिक और बीड जिले से सांगरी गांव के एक मंदिर में से 12 लोगों को बचाया है। बचाव दल ने सोलापुर से 4002 लोगों को रेस्क्यू किया, यहां 6500 लोग राहत शिवरों में शरण लिए हुए है। प्रशासन युद्ध स्तर पर बचाव कार्य करते हुए लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकाल सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहा है।