राष्ट्रीय

Himachal: प्रिंसिपल ने चेक पर लिखी ऐसी अंग्रेजी, यूजर्स ने लगा दी क्लास, पूछा- पेन की ऑटोकरेक्ट सिस्टम में…

हिमाचल प्रदेश के एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल ने अत्तर सिंह के नाम 7,616 रुपये का चेक काटा था। चेक लिखने ने 'seven' को 'saven' लिख दिया और चेक पर 'थाउजेंड' की जगह 'गुरुवार' लिख दिया।

2 min read
Sep 30, 2025
हिमाचल प्रदेश के एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल का चेक एक्स पर वायरल हो रहा है।

Himachal School Principal: हिमाचल प्रदेश के एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल द्वारा हस्ताक्षरित एक चेक अपनी वर्तनी की बड़ी गलतियों के कारण सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स स्कूल प्रिंसिपल का मज़ाक उड़ा रहे हैं।

स्कूल प्रिंसिपल ने मिड डे मील वर्ककर को 25 सितंबर की तारीख वाला एक चेक जारी किया था। बैंक ने चेक में कई बड़ी गलतियों के कारण इसे अस्वीकार कर दिया। यह चेक अब सोशल मीडिया पर लोगों के हास्य का सामान बन गया है।

ये भी पढ़ें

‘हर किसी की मां मरती है, नाटक मत करो, तुरंत जॉइन करो, वरना …’ UCO Bank अधिकारी का वायरल हुआ ईमेल

प्रिंसिपल ने अंग्रेजी में सात और सौ की स्पेलिंग भी गलत लिखा

प्रिंसिपल ने अत्तर सिंह के नाम 7,616 रुपये का चेक काटा था। चेक लिखने वाला व्यक्ति संख्या को शब्दों में लिखना भूल गया और 'seven' को 'saven' लिख दिया। चेक पर 'थाउजेंड' की जगह 'गुरुवार' लिख दिया। हालांकि उसने 'सिक्स' की स्पेलिंग सही लिखी, लेकिन 'hundred' को 'harendra' लिख दिया। उसी चेक के अंत में 'सोलह' लिखने के बजाय, उन्होंने 'साठ' लिख दिया।

शिक्षकों को विदेश यात्राओं पर भेजा जा रहा है, पर...

एक्स पर प्रिंसिपल का चेक पोस्ट करते हुए यूजर ने व्यंग्यात्मक लहजे में लिखा, हिमाचल प्रदेश सरकार स्कूलों में सुधार के नए विचारों की उम्मीद में शिक्षकों को महंगी विदेश यात्राओं पर भेज रही है। इसके बावजूद सिरमौर के रोनहाट स्कूल के प्रिंसिपल द्वारा हस्ताक्षरित एक चेक ने शिक्षा के बारे में किसी भी विदेशी दौरे से कहीं ज़्यादा जानकारी दी।

चेक की वर्तनी को लेकर उठ रहे हैं सवाल

हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य ने चेक लिखा था या नहीं, लेकिन लोगों ने हस्ताक्षर करने से पहले वर्तनी की जांच न करने पर सवाल उठाए हैं।

'ऐसे शिक्षकों के चलते बच्चों को नहीं भेजना चाहते सरकारी स्कूल'

एक्स पर एक यूज़र ने लिखा, "शिक्षकों की यही हालत है इसीलिए कोई भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में नहीं भेजना चाहता। हम जैसे लोग जिन्होंने सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की है, बहुत दुखी हैं। खैर, व्यवस्थाएं तो हर जगह बदल रही हैं फिर स्कूल क्यों छूट जाएं?"

पेन के ऑटोकरेक्ट सिस्टम में खराबी आ गई क्या?

एक्स पर ही एक दूसरे यूजर ने कहा, "पेन की ऑटोकरेक्ट सिस्टम में खराबी आ गई थी क्या?

सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने आरक्षण प्रणाली को भी दोषी ठहराया तथा शीर्ष पदों के लिए योग्यता आधारित प्रणाली अपनाने का आग्रह किया।
Updated on:
30 Sept 2025 04:47 pm
Published on:
30 Sept 2025 02:30 pm
Also Read
View All

अगली खबर