New Delhi: भारत के विदेश मंत्रालय (एमईए) के बयान के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर मलेशिया प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम 19 से 21 अगस्त तक भारत की राजकीय यात्रा पर आए हैं।
New Delhi: भारत दौरे पर आए मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने कहा है कि अगर भगोड़े प्रचारक जाकिर नाइक से जुड़े मामले में पर्याप्त सबूत दिए जाते हैं तो उनका देश 'आतंकवाद को बढ़ावा नहीं देगा'। एक कार्यक्रम में पूछे गए सवाल के जवाब में इब्राहिम ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने बातचीत में यह मुद्दा नहीं उठाया लेकिन पहले यह मामला उठ चुका है। उन्होंने कहा कि मुद्दा किसी एक व्यक्ति का नहीं बल्कि उग्रवाद की भावना और ऐसे सबूतों का है कि किसी खास व्यक्ति या समूह द्वारा अत्याचार किए जाते हैं। यह हमारे लिए चिंता का विषय है। इब्राहिम ने कहा कि भारत और मलेशिया को एक मुद्दे के कारण अपने बढ़ते सहयोग को नहीं रोकना चाहिए। कट्टरपंथी मुस्लिम उपदेशक जाकिर नाइक भारत में वांछित है जो 2016 से मलेशिया में रह रहा है।
प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार भारत आए इब्राहिम ने पीएम मोदी से मुलाकात कर चर्चा की। मुलाकात के बाद मोदी ने एक्स पोस्ट में कहा कि सार्थक बातचीत हुई । हमने द्विपक्षीय संबंधों की पूरी श्रृंखला का जायजा लिया और दोनों देशों के बीच व्यापक जुड़ाव को देखते हुए साझेदारी को व्यापक रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने का फैसला किया है। दोनों देशों के संयुक्त बयान में आतंकवाद के हर रूप की निंदा करते हुए दोनों प्रधानमंत्रियों ने इस बात पर जोर दिया कि किसी भी देश को आतंकवादियों को पनाह नहीं देनी चाहिए। उन्होंने आतंकवाद के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की। इब्राहिम की यात्रा के दौरान शिक्षा, श्रम प्रत्यावर्तन और पर्यटन के क्षेत्रों में कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।