इसरो चीफ नारायणन ने कहा कि भारत 2040 तक अपना पहला अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करेगा और G20 देशों के लिए जलवायु निगरानी उपग्रह विकसित कर रहा है।
India-Pak Tension: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष डॉ. वी. नारायणन ने इंफाल में केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में कहा कि देश की सुरक्षा और नागरिकों की संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 10 उपग्रह 24 घंटे निगरानी कर रहे हैं। यह बयान भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के सैन्य तनाव, विशेष रूप से 'ऑपरेशन सिंदूर' के संदर्भ में आया, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था।
नारायणन ने बताया कि ये उपग्रह, जिनमें कार्टोसैट, रीसैट, और ईएमआईसैट जैसे निगरानी उपग्रह शामिल हैं, 7,000 किलोमीटर के इलाके को कवर कर रहे हैं। ये उपग्रह सेना, खुफिया एजेंसियों और आपदा प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि पूरे उत्तर पूर्व पर भी लगातर निगरानी की जा रही है और बिना सैटेलाइट्स और ड्रोन की मदद के हम इसे हासिल नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से देश ने जो प्रगति की है वह अभूतपूर्व और उत्कृष्ट है। उन्होंने आगे कहा कि भारत और अमेरिका मिलकर एक महंगा और उन्नत अर्थ इमेजिंग उपग्रह बनाएंगे, जिसे भारत से ही प्रक्षेपित किया जाएगा।
इसरो चीफ नारायणन ने कहा कि भारत 2040 तक अपना पहला अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करेगा और G20 देशों के लिए जलवायु निगरानी उपग्रह विकसित कर रहा है। उन्होंने भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों और 34 देशों के लिए 433 उपग्रह लॉन्च करने की बात भी रेखांकित की।
बता दें कि इसरो चीफ का भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर बनी सहमति के बाद आया है। दरअसल, 22 अप्रेल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया था। इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इस हमले में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए। इस कार्रवाई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया। हालांकि इसके बाद पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई करने की कोशिश की, लेकिन भारत के आगे उसकी एक न चली।