Research Internet Addiction: इंटरनेट का नशा किसी भी किसी ड्रग से कम नहीं होता। यूसीएल ग्रेट ऑरमंड स्ट्रीट इंस्टीट्यूटऑफ चाइल्ड हेल्थ के शोध से पता चलता है कि इंटरनेट की लत (Internet Addiction) कितनी खतरनाक है। आइए जानते हैं-
Research Internet Addiction: इंटरनेट का नशा किसी भी किसी ड्रग से कम नहीं होता। लंदन स्थित यूसीएल ग्रेट ऑरमंड स्ट्रीट इंस्टीट्यूटऑफ चाइल्ड हेल्थ के शोध से पता चलता है कि इंटरनेट की लत (Internet Addiction) से ग्रस्त युवाओं की ब्रेन केमिस्ट्री में बदलाव आ जाता है, जिससे उनमें और अधिक लत का व्यवहार विकसित हो जाता है। इतना ही नहीं तंत्रिका नेटवर्क में परिवर्तन के कारण नशे की प्रवृत्ति और नकारात्मक व्यवहार बढ़ सकता है। शोध में पाया गया कि इंटरनेट की इस लत के कारण किशोरों में नशे की लत की प्रवृत्ति बढ़ी। इससे मानसिक स्वास्थ्य, बौद्धिक क्षमता और शारीरिक समन्वय से जुड़े बदलाव नजर आए।
PLOS मेंटल हेल्थ में प्रकाशित इस अध्ययन में फंक्शनल मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (FMRI) का उपयोग करके पिछले शोधों की समीक्षा की गई, ताकि यह जांच की जा सके कि इंटरनेट की लत वाले लोगों में मस्तिष्क के विभिन्न भाग किस प्रकार से परस्पर क्रिया करते हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि युवाओं के मस्तिष्क के तंत्रिका नेटवर्कों पर इंटरनेट की लत का प्रभाव स्पष्ट था। इसके कारण चिंतन-विचार में शामिल मस्तिष्क के भागों में सक्रिय कनेक्टिविटी में व्यापक कमी देखी गई। मस्तिष्क का यह हिस्सा स्मृति और निर्णय लेने के लिए जिम्मेदार होता है।