जम्मू के अलहनूर में बीएसएफ एमआई-17 हेलीकॉप्टर द्वारा चार उड़ानों में गरखल से कुल 44 नागरिकों को बचाया गया
Jammu-Kashmir Flood: देशभर में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश का दौर चल रहा है। मूसलाधार बारिश के कारण कई राज्यों में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। जम्मू कश्मीर में भी बारिश कहर बनकर टूट रही है। भारी बारिश के कारण भूस्खलन की खबर भी सामने आ रही है। सड़क टूट जाने के कारण कई गांवों से संपर्क भी टूट गया है। इस संकट की घटी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) देवदूत बनकर धरती पर उतरी है।
बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को बचाने के लिए राहत कार्य तेजी से चलाए जा रहे है। इसी कड़ी में बीएसएफ एमआई-17 हेलीकॉप्टर द्वारा चार उड़ानों में गरखल से कुल 44 नागरिकों को बचाया गया और परगवाल के मोलू हेलीपैड पर उतारा गया।
भारी बारिश के कारण सांबा जिले में भूमि धंस गई है, जिससे एक गांव में घरों को खतरा पैदा हो गया है और अधिकारियों को परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
जम्मू में बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी गई है क्योंकि लगातार भारी वर्षा के कारण क्षेत्र की नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। अधिकारियों के अनुसार, बीएचईपी जलाशय से पानी छोड़े जाने के बाद चिनाब नदी का जलस्तर बढ़ गया है। अधिकारियों ने कहा, आम जनता को सलाह दी जाती है कि वे नदी के किनारों और आसपास के नालों के इलाकों में न जाएं। सुरक्षा सर्वोपरि है, कृपया सतर्क और सावधान रहें।
क्षेत्रीय मौसम विभाग ने जम्मू संभाग के अधिकांश हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश का अनुमान जताया है। जम्मू-कश्मीर में बुधवार को भी सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहे। मौसम विभाग के प्रवक्ता ने पहले बताया था— कठुआ, जम्मू, उधमपुर और रियासी में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। जम्मू क्षेत्र के डोडा, सांबा, राजौरी, पुंछ, रामबन और किश्तवाड़ तथा दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग और कुलगाम में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।