Parliament Monsoon Session: अमित शाह ने कहा कि भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का हिस्सा बनाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
Parliament Monsoon Session: लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा चल रही है। मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह विपक्ष के सवालों का जवाब दे रहे है। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा साथ ही पूर्व पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू को लेकर भी बयान दिया। अमित शाह ने यूएनएससी की स्थायी सदस्यता का जिक्र करते हुए कहा आज चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में है और भारत नहीं है।’
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आरोप लगाया कि पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू का रूख इसके लिए जिम्मेदार है। जब हमारे जवान डोकलाम में चीना सैनिकों का सामना कर रहे थे, तब राहुल गांधी चीनी राजदूत के साथ बैठक कर रहे थे। चीन के प्रति यह प्रेम जवाहरलाल नेहरू, सोनिया गांधी, राहुल गांधी से तीन पीढ़ियों से चला आ रहा है।
लोकसभा में अमित शाह ने कहा कि भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का हिस्सा बनाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी हर संभव प्रयास कर रहे हैं। अमित शाह ने कहा कि 1962 में चीन के साथ युद्ध के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू ने आकाशवाणी (राज्य रेडियो) पर एक भाषण में असम को अलविदा कहा था।
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान अमित शाह ने दावा किया कि 1948 में भी भारतीय सशस्त्र बल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को वापस लेने के लिए निर्णायक स्थिति में थे, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू ने एकतरफा युद्धविराम की घोषणा कर दी।
विपक्ष की ओर से डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा कि ऐसा लगता है कि बीजेपी के लोग नेहरू को उनकी पार्टी कांग्रेस से भी ज़्यादा याद करते हैं। आप कहते हैं कि सारी गलतियों के लिए वही ज़िम्मेदार हैं।
वहीं इस दौरान अमित शाह ने कांग्रेस को उसकी गलती याद दिलाई। उन्होंने कहा कि 22 अप्रेल को पहलगाम हमला हुआ। 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए। मैं रात में ही श्रीनगर निकल गया। पीएम मोदी ने 23 अप्रेल को सीसीएस की मीटिंग की। कांग्रेस का ब्लंडर था सिंधु जल संधि। हमने इसे सस्पेंड किया। पाक नागरिकों के वीजा सस्पेंड कर उन्हें भेजने का काम किया। सीसीएस ने संकल्प लिया कि जहां आतंकी छिपे हैं, सुरक्षा बल उन्हें उचित जवाब देगी।