जेएलएन स्टेडियम का निर्माण 1982 के एशियाई खेलों के लिए किया गया था।
नई दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम (Jawahar Lal Nehru Stadium) को तोड़कर स्पोर्ट्स सिटी बनाई जाएगी, जिसमें कई खेलों की सुविधाएं और खिलाड़ियों के लिए आवास उपलब्ध होंगे। यह परियोजना 102 एकड़ के बड़े इलाके में फैली होगी। हालांकि अभी तक यह परियोजना प्रस्ताव के चरण में है। समय-सीमा और बजट का विवरण तय नहीं हुआ है।
खेल मंत्रालय के सूत्र के मुताबिक सरकार अभी दुनिया भर के विभिन्न मॉडलों का अध्ययन कर रही है, जहां पर ऐसी परियोजनाएं क्रियान्वित की गई हैं। सूत्र के मुताबिक दोहा जैसे खेल शहरों का आकलन किया जा रहा हैं। यह सब हो जाने के बाद चरण पर आगे बढ़ेंगे।
सूत्र ने बताया कि पूरे स्टेडियम को ध्वस्त किया जाएगा। परियोजना शुरू होने पर स्टेडियम के अंदर राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा), राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला (एनडीटीएल) और आयकर विभाग को स्थानांतरित कर दिया जाएगा। वर्तमान में स्टेडियम में भारतीय खेल प्राधिकरण का मुख्यालय और खेलो इंडिया परियोजना कार्यालय स्थित है।
बता दें कि हाल ही में जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम ने पहली बार विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप की मेजबानी की थी। टूर्नामेंट से पहले, मुख्य स्टेडियम और अभ्यास क्षेत्र में दो नए मोंडो ट्रैक बिछाए गए, जबकि दर्शकों को बैठने के लिए 10,000 नई सीटें लगाई गईं थी। इसके अलावा स्टेडियम को नई लिफ्टों और सुलभ शौचालयों के साथ व्हीलचेयर अनुकूल बनाया गया।
दरअसल, दोहा स्पोर्ट्स सिटी 617 एकड़ में फैली हुई है और इसमें फुटबॉल, जलक्रीड़ा और इनडोर खेल सुविधाएँ शामिल हैं। इसमें एक विशेष खेल चिकित्सा अस्पताल भी है। वहीं मेलबर्न का डॉकलैंड्स स्टेडियम क्रिकेट, फुटबॉल, रग्बी और फुटबॉल सहित कई खेलों की मेजबानी करके अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन करता है।
देश के अहमदाबाद में सरदार वल्लभभाई पटेल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स 250 एकड़ में फैला है। 4600 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित, इसमें क्रिकेट, तैराकी, टेनिस और एथलेटिक्स की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
जेएलएन स्टेडियम का निर्माण 1982 के एशियाई खेलों के लिए किया गया था। 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों के लिए इसका 900 करोड़ रुपये की लागत से नवीनीकरण किया गया था।