ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मोहम्मद फजलुर ने एक वीडियो जारी किया है। इसमें वे मुसलमानों से काली पट्टी बांधने की अपील कर रहे हैं।
Juma Namaz: रमजान का आज आखिरी जुमा है। इससे पहले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने देश के मुसलमानों से दाहिने हाथ पर काली पट्टी बांधकर जुमे की नमाज पढ़ने की अपील की है। बोर्ड ने कहा कि वक्फ बिल के विरोध में काली पट्टी बांधकर नमाज पढ़ें। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मोहम्मद फजलुर ने एक वीडियो जारी किया है। इसमें वे मुसलमानों से काली पट्टी बांधने की अपील कर रहे हैं।
बता दें कि वक्फ बिल के विरोध में ऑल इंडिया मुस्लिम पसर्नल लॉ बोर्ड ने एनडीए शासित आंध्र प्रदेश में भी प्रदर्शन करने की बात कही है। AIMPLB ने जारी किए नोटिस में कहा कि दिल्ली के जंतर-मंतर और पटना के धरना स्थल पर मुस्लिमों के प्रदर्शन ने कम से कम बीजेपी के सहयोगी दलों में हलचल पैदा कर दी है। अब 29 मार्च को विजयवाड़ा में वक्फ बिल के विरोध में एक बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।
AIMPLB ने अपने पत्र में आरोप लगाया कि वक्फ संशोधन विधेयक मुस्लिम धार्मिक और धर्मार्थ संस्थानों को छीनने की एक साजिश है। यदि यह विधेयक पारित हो गया तो सैकड़ों मस्जिदें, ईदगाहें, मदरसे, कब्रिस्तान और कई धर्मार्थ संस्थान हमसे छीन लिए जाएंगे।
पत्र में कहा कि इसलिए देश के हर मुसलमान की जिम्मेदारी है कि वह इस विधेयक का पुरजोर विरोध करे। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड सभी मुसलमानों से अपील करता है कि जुमातुल विदा के दिन मस्जिद में आते समय काली पट्टी बांधकर आएं और अपने दुख और विरोध का मौन और शांतिपूर्ण इजहार करें।
वहीं AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगर यह सरकार वक्फ में संशोधन कर रही है, तो यह केवल अच्छे के लिए है। किसी भी धार्मिक स्वतंत्रता को नहीं छीना जा रहा है। वक्फ बोर्ड एक वैधानिक निकाय है, धार्मिक निकाय नहीं।