Jumped Deposit Scam: 'जंप्ड डिपॉजिट' स्कैम एक गंभीर खतरा है जो लोगों की लापरवाही और जिज्ञासा का फायदा उठाकर उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचा सकता है।
Jumped Deposit Scam: तमिलनाडु पुलिस की साइबर क्राइम विंग ने मोबाइल मनी-यूजर्स (मोबाइल फोन के जरिए भुगतान करने वाले) को निशाना बनाने वाले एक नए घोटाले के बारे में अलर्ट जारी किया है। 'जंप्ड डिपॉजिट' स्कैम के रूप में जाना जाने वाली यह ठगी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआइ) के जरिए अनधिकृत निकासी को अंजाम देने के लिए यूजर्स के भरोसे का फायदा उठाता है।
साइबर ठग पीड़ित के बैंक खाते में यूपीआइ से एक छोटी राशि, आमतौर पर 5,000 रुपए भेजता है। जमा की सूचना एसएमएस से पीड़ित को मिलती है और वह बैंक बैलेंस चेक करने के लिए बैंकिंग ऐप खोलकर पिन डालता है, ठग तुरंत एक बड़ी राशि की निकासी का अनुरोध करता है। ऐप खोलने और पिन डालने से निकासी को अप्रूवल मिल जाता है और ठग पैसा निकाल लेता है।
बैंक-बैलेंस चेक करने से पहले 15-30 मिनट प्रतीक्षा करें। ऐसा करने से कोई निकासी अनुरोध होगा तो खत्म हो जाएगा। पहली बार में जानबूझकर गलत पिन दर्ज करने से भी सक्रिय निकासी अनुरोध रद्द हो जाएगा। किसी भी अप्रत्याशित जमा के मामले में पहले बैंक से संपर्क करें।
जांचकर्ताओं ने कहा कि राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल को नए घोटाले से संबंधित कई शिकायतें मिली हैं। उन्होंने ऐसी घटनाओं के पीड़ितों से आग्रह किया कि वे निकटतम साइबर अपराध पुलिस स्टेशन में या पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें ताकि त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित हो सके।