Kumbh Waqf Board Dispute: दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक समागम महाकुंभ (MahaKumbh 2025) 12 साल बाद मनाया जा रहा है और 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में श्रद्धालुओं के भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार की ओर से महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।
Kumbh Waqf Board Dispute: ऑल इंडिया मुस्लिम जमात (AIMJ) के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने महाकुंभ 2025 (Mahakumbh) पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिस जमीन पर महाकुंभ 2025 की तैयारी की जा रही है, वह वक्फ की जमीन है और वहां मुसलमानों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी (Maulana Shahabuddin Razvi Barelvi) ने X पर एक पोस्ट में कहा था कि जिस जमीन पर टेंट और शामियाना लगाया गया है, वह वक्फ की है। बता दें कि यह जमीन करीब 54 बीघा है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने AIMJ के अध्यक्ष के बयान पर पलटवार करते हुए आज यानी सोमवार, 06 दिसंबर को कहा कि देश में कुछ कट्टरपंथी मुसलमान माहौल बिगाड़ना चाहते हैं।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "कुछ कट्टरपंथी मुसलमान माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। कुंभ का आयोजन इस्लाम की स्थापना से कई शताब्दियों पहले से होता आ रहा है। जब कुंभ से पहले इस्लाम नहीं था, तो कुंभ से पहले वक्फ कैसे हो सकता था?" इसके अलावा, गिरिराज सिंह ने कहा कि ना तो राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और ना ही अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और अन्य नेता इस बारे में कुछ बोल रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, "राहुल गांधी, अखिलेश यादव, लालू यादव (Lalu Yadav) और ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) इस बारे में कुछ नहीं बोल पा रहे हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है और वोट बैंक की राजनीति में शामिल लोगों ने ऐसी स्थिति बनाई हुई है।"
यह ऑल इंडिया मुस्लिम जमात (AIMJ) के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि जिस जमीन पर महाकुंभ 2025 की तैयारी की जा रही है, वह वक्फ की जमीन है और वहां मुसलमानों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि जिस जमीन पर टेंट और शामियाना लगाया गया है, वह वक्फ की है। यह जमीन करीब 54 बीघा है। रजवी बरेलवी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "जिस जमीन पर कुंभ मेले की तैयारी हो रही है, वह वक्फ की है- 54 बीघा। मुसलमानों ने बड़ा दिल दिखाया और कोई आपत्ति नहीं जताई, लेकिन दूसरी तरफ अखाड़ा परिषद और दूसरे बाबा मुसलमानों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा रहे हैं। यह संकीर्णता छोड़नी होगी, हमें मुसलमानों की तरह बड़ा दिल दिखाना होगा।"
परम शक्ति पीठ और वात्सल्यग्राम की संस्थापक साध्वी ऋतंभरा ने भी आज महाकुंभ 2025 की जमीन पर किए गए किसी भी दावे की आलोचना की और कहा कि यह स्थान 'धर्म' और 'पुण्य' पाने का स्थान है और कहा कि वक्फ बोर्ड के तहत सभी संपत्तियां सरकार को हस्तांतरित कर दी जानी चाहिए। ऋतंभरा ने कहा, "धर्म के आधार पर देश को बांटने वाले, वक्फ की साजिश के तहत भारत की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं, इस साजिश को रोका जाना चाहिए... (महाकुंभ को लेकर) राजनीति नहीं होनी चाहिए, यह 'धर्म' और 'पुण्य' पाने की जगह है।" ऋतंभरा ने आगे कहा कि वक्फ बोर्ड की सभी संपत्तियां सरकार को हस्तांतरित कर दी जानी चाहिए। उन्होंने मीडिया से कहा, "महाकुंभ में सभी को शामिल होना चाहिए। 12 कुंभ के बाद ऐसा 'महापूर्ण कुंभ' आता है... वक्फ की सभी संपत्तियां सरकार की होनी चाहिए।"
दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक समागम महाकुंभ 12 साल बाद मनाया जा रहा है और 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में श्रद्धालुओं के भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए, जिला प्रशासन श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है, खासकर भीड़ प्रबंधन और आग की घटनाओं से बचने के लिए। इस वीडियो में देखें महाकुंभ की तैयारियां-