Manmohan Singh Death News Update: केंद्र सरकार ने निगम बोध घाट पर मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार की घोषणा की। अंतिम संस्कार 28 दिसंबर, 2024 को सुबह 11:45 बजे निगमबोध घाट, नई दिल्ली में होगा।
Manmohan Singh Death News Update: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर एक बड़ी खबर आई है। मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर होगा। केंद्र सरकार ने इस बात की घोषणा की है। मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में निधन हो गया। पूर्व वित्तमंत्री के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, PM नरेंद्र मोदी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी सहित कई दिगगज नेताओं ने दुख जताया है। हालांकि, अंतिम संस्कार के लिए घाट को लेकर कांग्रेस ने नाराजगी जाहिर की है।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार की घोषणा केंद्र सरकार की ओर से की गई। केंद्र सरकार ने निगम बोध घाट पर मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार की घोषणा की। केंद्र सरकार की इस घोषणा के बाद कांग्रेस ने नाराजगी व्यक्त की है। गृह मंत्रालय (MHA) ने कहा, "डॉ मनमोहन सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री का 26 दिसंबर, 2024 को रात 9.51 बजे दिल्ली एम्स में निधन हो गया। सरकार ने निर्णय लिया है कि डॉ मनमोहन सिंह का राजकीय अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार 28 दिसंबर, 2024 को सुबह 11:45 बजे निगमबोध घाट, नई दिल्ली में होगा। रक्षा मंत्रालय से अनुरोध है कि वह पूरे सैन्य सम्मान के साथ राजकीय अंतिम संस्कार की व्यवस्था करे।"
आज कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर बात करके व एक पत्र लिख कर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से पुरज़ोर अनुरोध किया कि भारत के सपूत सरदार मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार व स्मारक स्थापित करना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अपना मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक बताते हुए कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि वह "बुद्धिमत्ता, कुलीनता और विनम्रता के प्रतीक थे। सोनिया गांधी ने कहा, 'डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से हमने एक ऐसे नेता को खो दिया है जो बुद्धिमता, कुलीनता और विनम्रता के प्रतीक थे, जिन्होंने पूरे दिल और दिमाग से हमारे देश की सेवा की। कांग्रेस पार्टी के लिए एक उज्ज्वल और प्रिय मार्गदर्शक, उनकी करुणा और दूरदर्शिता ने लाखों भारतीयों के जीवन को बदल दिया और उन्हें सशक्त बनाया।'