Vaishno Devi Temple Rules: अगर आप भी माता वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन करने की योजना बना रहे हैं तो अपनी यात्रा से पहले ये नियम जान लें।
माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) ने अहम निर्देश जारी किए हैं, जिन्हें तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। नए नियमों के तहत अब प्रत्येक श्रद्धालु के लिए यात्रा पंजीकरण के साथ RFID यात्रा कार्ड प्राप्त करना अनिवार्य होगा।
श्राइन बोर्ड के अनुसार, श्रद्धालुओं को RFID यात्रा कार्ड मिलने के 12 घंटे के भीतर यात्रा शुरू करनी होगी, जबकि 24 घंटे के अंदर यात्रा पूरी कर आधार शिविर कटरा लौटना अनिवार्य कर दिया गया है। पहले RFID कार्ड की वैधता केवल यात्रा शुरू करने तक सीमित थी, लेकिन अब पहली बार यात्रा पूरी करने की समय-सीमा भी तय की गई है, जिससे भीड़ प्रबंधन को और बेहतर बनाया जा सके।
श्राइन बोर्ड प्रशासन ने बताया कि नववर्ष के मद्देनज़र श्रद्धालुओं की संख्या में तेज़ बढ़ोतरी हो रही है। हर साल नए साल से तीन-चार दिन पहले कटरा और भवन क्षेत्र में भारी भीड़ उमड़ती है। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने, अत्यधिक भीड़ और भगदड़ जैसी स्थिति से बचने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
श्राइन बोर्ड ने यात्रा पंजीकरण केंद्रों पर तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि वे नए नियमों की जानकारी लगातार श्रद्धालुओं को देते रहें। यह आदेश पैदल यात्रा, हेलीकॉप्टर, बैटरी कार, घोड़े और पिट्ठू सहित सभी माध्यमों से यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं पर समान रूप से लागू होंगे।
श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कटरा रेलवे स्टेशन के पास स्थित यात्रा पंजीकरण केंद्र में अब रात 12 बजे तक RFID कार्ड उपलब्ध रहेगा।
पहले यह सुविधा रात 10 बजे तक सीमित थी। वहीं, देर रात ट्रेन से पहुंचने वाले यात्री दर्शन डियोढ़ी प्रवेश द्वार से 24 घंटे RFID कार्ड प्राप्त कर सकेंगे।
मंगलवार को श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक कर यात्रा प्रबंधन और सुरक्षा इंतज़ामों की समीक्षा की। मीटिंग में बोर्ड के CEO ने RFID-आधारित एक्सेस कंट्रोल सिस्टम को सख्ती से लागू करने पर ज़ोर दिया, ताकि केवल वैध RFID कार्ड वाले श्रद्धालुओं को ही आगे बढ़ने की अनुमति मिले।
बैठक में मौजूद सुरक्षा एजेंसियों ने मल्टी-टियर सिक्योरिटी ग्रिड की जानकारी दी, जिसमें पुलिस, CRPF और श्राइन बोर्ड की सुरक्षा टीमें शामिल हैं। इनके साथ क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) और रियल-टाइम निगरानी के लिए एडवांस सर्विलांस टूल्स भी तैनात किए गए हैं।