राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने पत्र लिखकर महबूबा मुफ्ती के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है। दरअसल चुनाव प्रचार के लिए महबूबा मुफ्ती ने स्कूली बच्चों का सहारा लिया था जिसके बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने इसका संज्ञान लिया था।
Lok Sabha Elections 2024: 'चुनाव प्रचार के लिए स्कूली बच्चों का इस्तेमाल' करने पर महबूबा मुफ्ती के खिलाफ कार्रवाईराजौरी-अनंतनाग निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव अभियान में स्कूली बच्चों के इस्तेमाल को लेकर महबूबा मुफ्ती की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रहीं हैं। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने शुक्रवार को 'एक्स' पर एक रिपोर्ट का संज्ञान लिया, जिसमें पीडीपी अध्यक्ष और अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से उम्मीदवार महबूबा मुफ्ती पर चुनाव प्रचार के लिए स्कूली बच्चों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया था। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को लिखे एक पत्र में एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कहा कि बाल अधिकार पैनल ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया है और उसके खिलाफ उचित कार्रवाई के लिए चुनाव आयोग को सूचित कर रहा है।
राजौरी-अनंतनाग निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव अभियान में स्कूली बच्चों के इस्तेमाल को लेकर महबूबा मुफ्ती की मुश्किलें बढ़ गई हैं। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने चुनाव आयोग से पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। महबूबा मुफ्ती अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से पीडीपी की उम्मीदवार हैं। उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी एनसी के मियां अल्ताफ अहमद और जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के जफर इकबाल मन्हास हैं। इस निर्वाचन क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 7 मई को मतदान होना है।