MiG-29 Fighter Jet Crashes : MiG-29 जहां गिरा है। वहां से मात्र तीन किलोमीटर पर नागणा में क्रूड ऑयल की मंगला टर्मिनल प्रोसेस यूनिट भी है। वायुसेना के पायलट ने अगर गांव और यूनिट न बचाई होती तो बहुत ही बड़ा हादसा हो जाता।
IAF Ordered COI : भारतीय वायु सेना ने बाड़मेर MiG-29 Fighter Jet Crashes के जांच का आदेश जारी कर दिया है। वायु सेना ने कहा है कि राजस्थान के बाड़मेर सेक्टर में देर रात्रि प्रशिक्षण मिशन के दौरान भारतीय वायुसेना के मिग-29 में तकनीकी खराबी आ गई, जिसके कारण पायलट को विमान से बाहर निकलना पड़ा। पायलट सुरक्षित है और जान-माल के किसी नुकसान की खबर नहीं है। कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं।
मिग का पायलट घटनास्थल से करीब 10 किमी दूर गिरा मिला है। पायलट को अस्पताल ले जाया गया। उसके बाद उसे अधिकारी एयरपोर्ट स्टेशन ले गए। इस घटना के एक चश्मदीद ने बताया है कि MiG-29 Fighter Jet बहुत तेजी से जमीन की तरफ आ रहा था। उसमें आग लगी हुई थी। ऐसा लग रहा था कि गांव पर ही गिरने वाला है लेकिन MiG-29 Fighter Jet का पायलट 15 सौ की आबादी वाले इस गांव से दूर ले गया।
एक दूसरे चश्मदीद ने बताया है कि जहां पर MiG-29 Fighter Jet गिरा है। वहां से मात्र तीन किलोमीटर पर नागणा में क्रूड ऑयल की मंगला टर्मिनल प्रोसेस यूनिट भी है। वायुसेना के पायलट ने अगर गांव और यूनिट न बचाई होती तो बहुत ही बड़ा हादसा हो जाता। इस जेट के गिरते ही बहुत बड़ा धमाका हुआ था।
एक चश्मदीद ने बताया कि करीब 10 बजे का वक्त था। हम घटनास्थल से करीब 600 मीटर की दूरी पर बाहर बैठ खाना खा रहे थे। अचानक तेज धमाका हुआ और आवाज सुनाई दी। धमाका इतना तेज था कि लगा कहीं बिजली गिरी है। 10 मिनट बाद दूर खेतों की तरफ धुआं उठता दिखा। हमने जलता विमान देखा। रेत में गिरने के बाद भी प्लेन बहुत तेजी से जल रहा था।