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राहुल गांधी की बिहार यात्रा का 14वां दिन, अब तक क्या हासिल हुआ? विस्तार से जानें सबकुछ

राहुल गांधी की बिहार यात्रा के 14वें दिन समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव भी शामिल हुए। 'वोटर अधिकार यात्रा' का मकसद मतदाता सूची में कथित अनियमितताओं को उजागर करना है, लेकिन क्या इससे कांग्रेस-राजद को चुनावी फायदा होगा? यात्रा में विपक्षी एकता दिख रही है, लेकिन कांग्रेस नेता द्वारा प्रधानमंत्री को दी गई गाली भी एक बड़ा मुद्दा बन गया है। क्या ये विवाद महागठबंधन की रणनीति को प्रभावित करेगा?

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Aug 30, 2025
राहुल-तेजस्वी ने बीते दिनों वोटर अधिकार यात्रा निकाली थी। (Photo-IANS)

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की बिहार यात्रा का आज 14वां दिन है। राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार में 16 दिवसीय 'वोटर अधिकार यात्रा' चल रही है। इसका उद्देश्य मतदाता सूची में कथित अनियमितताओं के बारे में जागरूकता फैलाना है, जिसे विपक्षी नेताओं ने 'वोट चोरी' का नाम भी दिया है।

20 जिलों में 1,300 किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा पूरी करने वाली 'वोटर अधिकार यात्रा' 1 सितंबर को पटना में समाप्त होगी। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या कांग्रेस और राजद को आगामी विधानसभा चुनाव में इस यात्रा से फायदा मिल पायेगा?

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14वें दिन यात्रा को धार देने के लिए उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव भी शमिल हुए। यात्रा छपरा से आरा तक चली। अखिलेश यादव आरा पहुंचने के बाद वापस यूपी लौट जायेंगे।

क्या है राजद और कांग्रेस की रणनीति?

राजद और कांग्रेस बिहार में इसी साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव में पूरी तरह से जोर लगाने की कोशिश में है। दोनों पार्टी चाह रही है कि वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव का प्रदर्शन दोहराया जाए।

पिछले बार की बात करें तो बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को सीवान जिले की आठ में से छह, सारण जिले की 10 में से सात और भोजपुर जिले की सात में से पांच सीटों पर जीत मिली थी।

अब तक क्या हासिल हुआ?

बिहार में कांग्रेस इस बार चुनाव से पहले अलग रणनीति पर काम करती हुई नजर आ रही है। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की वोटर अधिकार यात्रा के पूरे प्लान में माइक्रो लेवल की चुनाव रणनीति भी झलक रही है।

इस यात्रा के दौरान किस नेता को कहां शामिल करना है, इसका विशेष ध्यान रखा गया है। महागठबंधन ने अखिलेश को उतारने के लिए उन इलाकों का चयन किया, जहां सपा का प्रभाव हो सकता है।

इसी प्रकार से प्रियंका गांधी इस यात्रा में मिथिलांचल के इलाके में शामिल हुईं, जानकी मंदिर में पूजन किया। यह इलाका बीजेपी का गढ़ माना जाता है। माना जा रहा है कि भाजपा के गढ़ में भी कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ सकता है।

इतना ही नहीं राहुल और तेजस्वी का लोग भी भव्य तरीके से स्वागत कर रहे हैं। जिससे साफ हो रहा है कि इस बार कांग्रेस बिहार में कमाल कर सकती है।

महागठबंधन कितना एकजुट

वोटर अधिकार यात्रा से देश के तमाम विपक्षी नेता जुड़ रहे हैं। तेजस्वी यादव तो हर कदम पर राहुल का साथ दे रहे हैं। इस यात्रा में उनकी अहम भूमिका रही है। तेजस्वी जहां जा रहे हैं, वहां राजद समर्थकों की भीड़ जुट रही है।

30 अगस्त को अखिलेश यादव पहुंचे। वहीं, उनसे पहले कई और नेता भी इस यात्रा का हिस्सा बनने के लिए बिहार पहुंच चुके हैं।

हाल ही में तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन भी राहुल का साथ देने के लिए बिहार पहुंचे थे। इसी तरह देश के तमाम विपक्षी नेता राहुल के 'वोटर अधिकार यात्रा' को लेकर एकजुट हैं।

कांग्रेस के मंच से गाली गलौच बना नया मुद्दा

वहीं, इस यात्रा के दौरान बिहार में 'गाली' भी नया मुद्दा बना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दरभंगा में राजद और कांग्रेस की संयुक्त रैली में अपशब्द कहा गया। उन्हें दरभंगा के सिहंवारा प्रखंड में कांग्रेस नेता के मंच से मां की गाली दी गई।

इसको लेकर देश भर में बवाल मचा। यहां तक कि पटना में कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट भी हुई। हालांकि, पुलिस ने पीएम मोदी को गाली देने वाले को गिरफ्तार भी कर लिया।

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