कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के पीछे की वजह बताने को कहा है। उन्होंने कहा कि दाल में कुछ काला है।
देश के पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने स्वास्थ कारणों को इसके पीछे की वजह बताया लेकिन इसके बावजूद उनके इस्तीफे को लेकिन इसके बावजूद इसे लेकर सियासत की जा रही है। विपक्ष लगातार अचानक धनखड़ के पद छोड़ने पर सवाल उठा रहा है। इसी बीच अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का इस मामले में बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि इस इस्तीफे के पीछे स्वास्थ कारण नहीं लगते है। ऐसे में सरकार को जवाब देना चाहिए कि उपराष्ट्रपति ने किन कारणों से इस्तीफा दिया है।
विपक्षी नेताओं का कहान है कि धनखड़ ने सिर्फ स्वास्थ समस्याओं के चलते ही अपना पद नहीं छोड़ा है बल्कि इसके पीछे कोई अन्य कारण है, जो देश को पता होना चाहिए। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष खड़गे ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, सरकार को जवाब देना चाहिए कि उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया। इसके पीछे क्या वजह है। उन्होंने आगे कहा कि, हमें तो लगता है दाल में कुछ काला है।
धनखड़ के स्वास्थ कारणों को वजह बता कर इस्तीफे देने वाली बात पर सवाल उठाते हुए खड़गे ने कहा,उनकी सेहत तो बहुत अच्छी है, वह खुद से भी ज्यादा आरएसएस और भाजपा का बचाव करते थे, इतना तो उनके लोग भी नहीं करते होंगे। खड़गे ने आगे कहा कि, उपराष्ट्रपति की निष्ठा आरएसएस और भाजपा के साथ थी। जिस तरह से उन्होंने इस्तीफा दिया है, इसके पीछे कौन है और क्या कारण है, यह देश को बताना चाहिए।
मीडिया से बातचीत के दौरान खड़गे ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर भी तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि आरएसएस इतिहास को उल्टा लिखने की कोशिश कर रहा है। वे जवाहरलाल नेहरू द्वारा लिखी गई किताब 'द डिस्कवरी ऑफ इंडिया' को भी नकारते है और यूनिवर्सिटी में हमारे प्रोफेसरों की कि गई बातों को भी खारिज करते है। खड़गे ने आगे कहा कि, आरएसएस का इतिहास और देश का इतिहास अलग अलग है।