Mamata Banerjee on Constitution Day: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री मंत्री ममता बनर्जी ने संविधान दिवस पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए संविधान दिवस की बधाई दी व सभी संविधान निर्माताओं को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
Samvidhan Divas: देश बुधवार संविधान दिवस मना रहा है। इस बीच देश के कई बड़े नेताओं ने जनता को संविधान दिवस की बधाई दी और संविधान निर्माता डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। इस मौके पर विपक्षी पार्टियों ने सत्तापक्ष पर कई आरोप भी लगाए। पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने आरोप लगाते हुए नागरिकों से देश में लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने कहा कि हमें धर्मनिरपेक्षता और संघवाद की रक्षा करनी चाहिए, जिससे प्रत्येक स्तर पर सरकारें अपने-अपने क्षेत्र में स्वतंत्र होकर कार्य कर सकें। इस कड़ी में मुख्य विपक्षी दलों ने भी आरोप लगाए। तमिलनाडु के CM स्टालिन ने कहा कि यह देश सभी विचारधाराओं को मानने वालों का है, किसी एक विचारधारा का नहीं। साथ ही दिल्ली के पूर्व CM केजरीवाल ने कहा कि किसी भी देश में लोकतंत्र, संविधान के सर्वोपरि होने से मजबूत होता है, न कि सत्ता के मजबूत होने से।
CM ममता बनर्जी ने संविधान दिवस पर सभी संविधान निर्माताओं को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि "ऐसे समय में जब लोकतंत्र दांव पर हो, देश में धर्मनिरपेक्षता खतरे में हो और संघवाद को खत्म किया जा रहा हो, तब हमें संविधान द्वारा प्रदान किए गए मौलिक अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए।" ममता बनर्जी ने नागरिकों से संविधान की रक्षा करने का आग्रह किया। उन्होंने संविधान को भारत की रीढ़ तथा विविधताओं को एकजुट करने वाली शक्ति बताया।
तमिलनाडु के CM एम. के. स्टालिन ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर पोस्ट किया कि "भारत सभी लोगों का है, किसी एक संस्कृति या विचारधारा का नहीं है। हम इस संविधान दिवस पर बाबासाहेब आंबेडकर के दृष्टिकोण को कमजोर करने वाली हर ताकत का विरोध करने का संकल्प लेते हैं। हम अपने संविधान में उल्लिखित सच्चे संघवाद को बनाए रखने और हर राज्य के अधिकारों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।"
दिल्ली के पूर्व CM अरविंद केजरीवाल ने संविधान दिवस पर बाबासाहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी को शत-शत नमन किया। साथ ही पोस्ट में कहा कि "बाबासाहेब के लिखे संविधान ने हर भारतीय को बराबरी, न्याय और सम्मान का अधिकार दिया है। आज का दिन हमें यह याद दिलाता है कि लोकतंत्र तभी मजबूत होता है, जब सत्ता नहीं, संविधान सर्वोपरि होता है।" उन्होंने मिलकर संविधान की आत्मा—न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुता—की रक्षा करने का संकल्प लेने के लिए भी आग्रह किया।